ट्रैक्टर की टक्कर से गाय की मौत, पंचायत ने दिया ड्राइवर को परिवार सहित गांव छोड़ने का आदेश
श्योपुर
मध्य प्रदेश के श्योपुर में ट्रैक्टर की चपेट में आने से गाय की मौत हो गई. इसके बाद गांव की पंचायत ने ट्रैक्टर चालक के परिवार को गांव से ही बहिष्कृत करने का फरमान सुना दिया. मामला आदिवासी विकास खंड कराहल के बरगवां कस्बे का है, जहां गाय की मौत के बाद ग्रामीणों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के बजाय पंचायत से ट्रैक्टर चालक को परिवार सहित गांव छोड़ने का आदेश दे दिया गया.
ट्रैक्टर चालक बरगवां निवासी पप्पू प्रजापति के परिजनों ने बताया कि पप्पू बीते मंगलवार की सुबह आठ बजे कुम्हार मोहल्ले में ट्रैक्टर-ट्रॉली बैक कर रहा था, इस दौरान सड़क किनारे बैठी गाय ट्रैक्टर की चपेट में आ गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद पप्पू ने सबसे पहले अपने समाज के लोगों को बुलाया और मामले की जानकारी दी. समाज के लोगों ने इसे गोहत्या करार दिया और मामले का फैसला पंचायत द्वारा करवाने का निर्णय लिया.
इसके बाद गांव के मंदिर पर पंच और ग्रामीण एकत्रित हुए. पंचम सिंह चौहान की अगुआई में जुटे पंच ओम प्रकाश गौतम, जय प्रकाश शर्मा, शंकर मेहते, मुरारी प्रजापति और रघुवीर प्रजापति ने इसे गोहत्या करार दिया और कहा कि यह पाप है और इसका प्रायश्चित करना होगा. इसके बाद पंचों ने पप्पू और उसके परिवार को गांव से बहिष्कृत करने का फैसला सुना दिया.
मामला यहीं खत्म नहीं होता है. पंचायत के फैसले के बाद पप्पू के परिजनों ने पंचायत से माफी मांगी और सजा में छूट की मांग की. इसके बाद पंचायत ने नरम तेवर दिखाए और फरमान में बदलाव करते हुए तत्काल गंगा नहाने और लौटने के बाद कन्या व ब्राह्मणों के साथ गांव-समाज को भोज करने का आदेश दिया. पंचायत के फरमान के बाद पप्पू गांव के हैंडपंप से पानी नहीं भरने दिया जा रहा है.
पप्पू के परिवार को फरमान सुनाने वाली पंचायत का कहना है कि यह गांव की पुरानी परंपरा है, जिसके तहत यह सब करने का निर्णय लिया गया है. मामले में पुलिस का कहना है कि थाने में इस प्रकार का कोई मामला सामने नहीं आया है और अगर ऐसा मामला आता है तो इसके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.