टाइम्स नाउ-VMR ऑपिनियन पोल: इस बार NDA रहेगा बहुमत से दूर, UPA 150 से नीचे
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्या दूसरा कार्यकाल मिलने जा रहा है या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सत्ता पर काबिज होंगे या फिर गैरबीजेपी, गैरकांग्रेसी सरकार बनेगी? आम चुनाव से करीब 70 दिन पहले हमारे सहयोगी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ ने जनता के मूड को भांपने की कोशिश की है। टाइम्स नाउ-VMR ऑपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को यूपी में बड़ी चुनौती मिलने वाली है। हालांकि, उसकी भरपाई पार्टी को महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में होती दिख रही है। NDA का वोट शेयर 4.4% घटकर 38.9% हो सकता है जबकि UPA के वोट शेयर में 4.1% की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। पिछली बार 543 में से 336 सीटें जीतने वाली NDA को इस बार 252 सीटें मिल सकती हैं जबकि UPA को 147 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, अन्य के खाते में 144 सीटें जा सकती हैं। इससे साफ है कि NDA बहुमत (272) से दूर रहने वाला है।
यूपी में महागठबंधन करेगा कमाल?
सीटों के लिहाज से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी को महागठबंधन से बड़ी चुनौती मिलने जा रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में NDA ने 80 में से 73 सीटें जीतते हुए दिल्ली की सत्ता हासिल की थी। हालांकि इस बार एसपी और बीएसपी के गठबंधन को सबसे ज्यादा 51 सीटें मिलने की संभावना है। सर्वे की मानें तो राज्य में NDA को 27 सीटें ही मिलेंगी। दिलचस्प यह है कि कांग्रेस पिछली बार की तरह इस बार भी 2 सीटें ही जीतती दिख रही है।
बिहार में कौन बनेगा अगुआ?
40 सीटों वाले हिंदीभाषी राज्य में NDA को सबसे ज्यादा 25 सीटें मिल सकती हैं जबकि UPA की झोली में 15 सीटें आ सकती हैं। बिहार में जदयू के साथ बीजेपी सत्ता में है। वहीं, बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया का दावा है कि बिहार में पार्टी 30 के आंकड़े को पार करेगी।
उत्तराखंड, MP, छत्तीसगढ़ की बात
उत्तराखंड की सभी पांच सीटें NDA को मिल सकती हैं। वहीं, MP में भले ही बीजेपी की सरकार चली गई हो पर लोकसभा चुनाव में उसे सबसे ज्यादा 23 सीटें मिल सकती हैं। राज्य की कुल 29 सीटों में से UPA को 6 सीटें मिलने की संभावना है। उधर, छत्तीसगढ़ में दोनों प्रमुख पार्टियों में सीधा मुकाबला है। पोल के मुताबिक NDA को 5 और UPA को 6 सीटें मिल सकती हैं।
राजस्थान में भी चलेगा मोदी का जादू?
हाल में बीजेपी ने जिन तीन राज्यों में सत्ता गंवाई, उसमें राजस्थान भी शामिल है। आम चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन पहले की तुलना में कमतर रहेगा और उसे 25 में से 17 सीटें मिल सकती हैं। पिछली बार पार्टी ने सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार UPA उससे 8 सीटें झटक सकती है।
मोदी के अपने राज्य का हाल
गुजरात में मोदी मैजिक जारी है। यहां की कुल 26 सीटों में से NDA को 24 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि 2014 के चुनाव में गुजरात में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था पर इस बार उसे 2 सीटें मिलती दिख रही है।
HP, J&K, पंजाब में क्या होगा?
हिमाचल प्रदेश में NDA को 3 और UPA को 1 सीट मिल सकती है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में नैशनल कॉन्फ्रेंस को 4, UPA और NDA को 1-1 सीट मिल सकती है। चंडीगढ़ की सीट UPA के खाते में जा सकती है।
महाराष्ट्र में NDA का दबदबा
अगर आज चुनाव कराए जाते हैं तो महाराष्ट्र की कुल 48 सीटों में से NDA को सबसे ज्यादा 43 सीटें मिल सकती हैं। वोट शेयर की बात करें तो 2014 की तुलना में 2.2% वोट शेयर बढ़कर 53.5% हो सकता है। राज्य में UPA को 5 सीटों से ही संतोष करना पड़ सकता है। सीटों के लिहाज से महाराष्ट्र में बीजेपी का प्रदर्शन उसे सरकार बनाने में काफी मददगार साबित हो सकता है। गोवा में मामला बराबरी का दिख रहा है। NDA और UPA को 1-1 सीट मिल सकती है।
पश्चिम बंगाल में NDA को 9 सीटें
ममता बनर्जी के राज्य पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी AITC को सबसे ज्यादा 32 सीटें मिल सकती हैं। यहां बीजेपी को बड़ा फायदा मिलता दिख रहा है। राज्य की कुल 42 सीटों में से NDA को 9 और UPA को 1 सीट मिल सकती है। राज्य में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अभी से ताबड़तोड़ रैलियां करने लगे हैं, जिसका असर आम चुनाव में देखने को मिल सकता है। जनमत सर्वेक्षण की मानें तो पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट का पूरी तरह से सूपड़ा साफ हो सकता है।
नवीन पटनायक के ओडिशा का हाल
यहां 19% वोट शेयर बीजेपी को अकेले मिलता दिख रहा है। राज्य में बीजेडी सत्ता में है लेकिन लोकसभा चुनाव में उसे 8 सीटें ही मिल सकती है। पोल की मानें तो 21 सीटों वाले राज्य में NDA को जबर्दस्त फायदा मिलेगा और वह 13 सीटें जीत सकती है। गौर करने वाली बात यह है कि 2014 के चुनाव में NDA को राज्य में केवल 1 सीट मिली थी।
अब बात असम, नॉर्थ ईस्ट की
सिटिजनशिप बिल का राज्य में बीजेपी को फायदा मिल सकता है। असम की कुल 14 सीटों में से NDA को सबसे ज्यादा 8 सीटें, UPA को 3, AIUDF को 2 और अन्य को 1 सीट मिल सकती है। उधर, नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी को जबर्दस्त बढ़त मिलती दिख रही है। जनमत सर्वेक्षण की मानें तो यहां की कुल 11 सीटों में से NDA को 9, UPA को 1 और अन्य को 1 सीट मिल सकती है।
तमिलनाडु में UPA का धमाल
ऑपिनियन पोल की मानें तो तमिलनाडु की 39 सीटों में UPA (DMK+कांग्रेस) को 35 सीटें मिलने जा रही हैं। दक्षिण के इस महत्वपूर्ण राज्य में NDA का खाता भी नहीं खुलेगा जबकि AIADMK को 4 सीटें मिलने का अनुमान है।
केरल में NDA को 1 सीट
पोल के मुताबिक NDA को 1 सीट मिल सकती है। राज्य में कांग्रेस समेत कई दलों के गठबंधन UDF को 16 और LDF को 3 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि बीजेपी के एक नेता का कहना है कि पार्टी को तिरुवनंतपुरम समेत 3 सीटें मिल सकती हैं।
आंध्र प्रदेश में क्या होगा?
टाइम्स नाउ-VMR पोल में सामने आया है कि आंध्र प्रदेश में UPA और NDA का खाता भी नहीं खुलेगा। यहां YRSCP को 23 और 2 सीटें चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP को मिलेंगी।
तेलंगाना का मूड
आंध्र प्रदेश से अलग होकर बने तेलंगाना राज्य में लोगों का रुझान TRS की ओर है। यहां की 17 सीटों में से TRS को 10, UPA को 5 और NDA को केवल 1 सीट मिलने का अनुमान है। एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है।
कर्नाटक में कांटे की टक्कर
राज्य में इस समय कांग्रेस-JDS की सरकार है। पोल की मानें तो लोकसभा चुनाव में यहां कांटे की टक्कर देखने को मिलेगा। राज्य की कुल 28 सीटों में से UPA को 14 और NDA को 14 सीटें मिल सकती हैं। BSP और अन्य का खाता भी नहीं खुलेगा। आपको बता दें कि इस पोल के लिए देशभर के 15,731 लोगों की राय ली गई है। कुल 703 पोलिंग स्टेशनों को कवर किया गया है और हर पोलिंग स्टेशन से करीब 23 लोगों के सैंपल्स लिए गए हैं।