छेत्री ने मेसी को पछाड़ा, 55 साल बाद एशियाई कप में भारत की पहली जीत
अबुधाबी
भारतीय फुटबॉल में ‘गोल मशीन’ के नाम से मशहूर सुनील छेत्री के दो गोल की मदद से टीम ने रविवार को थाईलैंड को 4-1 से हराकर 1964 के बाद एएफसी एशियाई कप में पहली जीत दर्ज की. अपना दूसरा एशियाई कप और 105वां मैच खेल रहे छेत्री ने 27वें मिनट में पेनल्टी के जरिये और 46वें मिनट में दूसरा गोल दागा, जो उनका क्रमश: 66वां और 67वां अंतरराष्ट्रीय गोल था. मिडफील्डर अनिरुद्ध थापा और दूसरे हाफ में स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर उतरे जेजे लालपेखलुआ ने इसके बाद टीम के लिए 68वें और 80वें मिनट में गोल किए, जिससे भारत ने अबुधाबी के अल नाहयान स्टेडियम में थाईलैंड को शिकस्त दी.
उत्साहवर्धन करने के लिए स्टेडियम में काफी संख्या में भारतीय समर्थक मौजूद थे. इन दो गोल की मदद से 34 साल के छेत्री अर्जेंटीना के सुपरस्टार लियोनल मेसी को पछाड़ने में सफल रहे, जिनके 128 मैचों में 65 अंतरराष्ट्रीय गोल हैं. पुर्तगाल के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो 154 मैचों में 85 गोल से सर्वाधिक गोल करने वाले फुटबॉलर हैं. थाईलैंड के कप्तान और स्ट्राइकर टीरासिल डांग्डा ने ग्रुप ए के इस मैच में अपनी टीम के लिए 33वें मिनट में गोल किया.
भारतीय टीम अब संयुक्त अरब अमीराज और बहरीन के खिलाफ होने वाले आगामी दो मुकाबलों में ड्रॉखेलकर भी नॉकआउट दौर में जगह बना सकती है. फीफा रैंकिंग में 97वें स्थान पर काबिज भारतीय टीम मैच में 118वीं रैंकिंग की प्रतिद्वंद्वी को हराने के इरादे से ही उतरी थी, लेकिन खिलाड़ियों के इस तरह के शानदार प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी, विशेषकर दूसरे हाफ में. पहले हाफ में थाईलैंड की टीम बेहतर दिख रही थी, जिसने 70 प्रतिशत तक फुटबॉल पर कब्जा बनाए रखा और लक्ष्य पर ज्यादा शॉट लगाए.
थाईलैंड के तीन खिलाड़ी जापान की शीर्ष टीयर जे लीग में खेलते हैं जिससे दक्षिण पूर्वी एशियाई देश ने शुरू में कुछ सटीक मूव और बेहतरीन तेज तर्रार पास से प्रभावित किया, जिसमें भारत को काफी डिफेंसिव होकर खेलना पड़ा. भारत ने ऐसे कुछ सटीक मूव बहुत कम बनाए और कई बार तो गेंद कब्जे से गंवा दी. गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू इस हाफ में प्रतिद्वंद्वी गोलकीपर से ज्यादा व्यस्त नजर आए. लेकिन दूसरे हाफ में मैच का परिदृश्य पूरी तरह बदल गया, जिसमें भारत ने शानदार तरीके से तीन गोल दागे और थाईलैंड से मैच छीन लिया.