छत्तीसगढ़ के पहाड़ी इलाकों में ठंड ज्यादा, मौसम वैज्ञानिकों कहा- मकर सक्रांति से पहले…
रायपुर
छत्तीसगढ़ में पहाड़ी और मैदानी इलाकों में दोनों तरफ कड़ाके की ठंड जारी है। पहाड़ी इलाकों में ठंड और अधिक है। यहां न्यूनतम पारा 6 डिग्री तक जा रहा है। दूसरी तरफ मैदानी इलाकों की बात करें तो पारा 10 से 12 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। छत्तीसगढ़ में किसी भी जिले में न्यूनतम पारा 15 डिग्री से अधिक नहीं है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मकर संक्रांति के पहले ठंड कम होने की उम्मीद कम है। इसके बाद लोगों को ठंड से राहत मिल सकती है। चूंकि इस वर्ष ठंड ने सभी रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। लिहाजा पूरी तरह से ठंड कम होने में वक्त लगेगा। बीते तीन-चार दिनों से नमी के साथ ठंडी हवा भी चल रही है, जिसकी वजह से ठंड का अहसास और अधिक हो रहा है। मौसम विभाग की रिपोर्ट पर गौर करें तो अधिक ओस की वजह से फसलें प्रभावित हो सकती है। इसका असर पहाड़ी और मैदानी दोनों इलाकों में देखा जा रहा है। ठंड से निपटने और सुरक्षा इंतजामों की बात करें तो प्रशासन ने सिर्फ आदेश-निर्देश जारी किए, जमीनी स्तर पर गौर करें तो कहीं भी पर्याप्त व्यवस्था नजर नहीं आ रही है।
ट्रेनों की रफ्तार कम, लेटलतीफी जारी
सुरक्षा के मद्देनजर सुबह कोहरे की वजह से ट्रेनों की रफ्तार कम कर दी गई है, जिसकी वजह से गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्रियों को 30 मिनट से 1 घंटे तक की अतिरिक्त समय लग रहा है। विमानों का परिचालन भी इससे प्रभावित हुआ है।
निगम के अलाव गायब
नगर-निगम द्वारा इस वर्ष अलाव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई, जिसकी वजह से चौक-चौराहों, गुमटियों और मोहल्लों में लोगों को ठिठुरन से राहत नहीं मिल पाई। रेकॉड तोड़ ठंड होने के बावजूद निगम की तैयारी धरी की धरी रह गई।