छत्तीसगढ़ में आयुष्मान योजना होगी बंद, इसकी जगह यूनिर्सल हेल्थ केयर
रायपुर
केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना सितंबर से प्रदेश से आउट हो जाएगी। कांग्रेस सरकार ने फुल एंड फाइनल यह स्पष्ट कर दिया है। इसके साथ निजी अस्पतालों को तगड़ा झटका दे दिया है, जो स्मार्ट कार्ड की हर योजना में बीते कई सालों से काम कर रहे हैं। सरकार, सरकारी स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत करेगी और वहीं यूनिवर्सल हेल्थ केयर (नई योजना) के तहत इलाज होगा। थाईलैंड से लौटे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ये बात कही। ऐसे में सरकार और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), हॉस्पिटल बोर्ड के बीच रार और बढ़ सकती है। गौरतलब है कि आयुष्मान का राज्य के निजी अस्पताल वाले जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। विरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, जिसका खमियाजा सितंबर (बीमा कंपनी के अनुबंध खत्म होने का समय) तक भुगतना पड़ेगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकार किया कि स्वास्थ्य विभाग में अभी बहुत ज्यादा सुधार की गुंजाइश है और व्यवस्था में जल्द सुधार भी होगा, लेकिन वे अभी यह स्पष्ट नहीं कर पाए हैं कि यूनिवर्सल हेल्थ केयर में क्या कुछ होगा, यह कैसे काम करेगा।
एपीएल, बीपीएल एक ही स्कीम के हिस्से होंगे
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य के बीपीएल परिवार हों या फिर एपीएल सभी के लिए एक योजना, एक कार्ड होगा। नई स्कीम में सरकारी अनुमान है कि 300 करोड़ का वित्तीय भार सरकार पर आएगा।
सुपेबेड़ा में खुलेगा उप स्वास्थ्य केंद्र- स्वास्थ्य मंत्री ने एयरपोर्ट से सीधे सुपेबेड़ा के लिए उड़ान भरी। वहां लोगों से बात की,उप स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत कर दिया। गांव के लोगों को पास की तेल नदी से पानी मुहैया करवाया जाएगा। गनियारी से डॉ. योगेंद्र जैन हफ्ते में एक दिन सेवा देंगे। सरकार की तरफ से कहा गया है कि अभी किडनी की बीमारी के फैलने का कारण स्पष्ट नहीं है।