खुजनेर उपद्रव: बच्चियों ने रो-रो कर सुनाई हमले की कहानी, शिवराज बोले-7 दिन में कार्रवाई हो
राजगढ़
जिले के खुजनेर में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में फिल्मी गाने के दौरान एक वर्ग विशेष द्वारा किए गए विवाद में घायल हुए स्कूली बच्चों एवं पीड़ित लोगों से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रात 9 बजे मुलाकात की। गणतंत्र दिवस पर हुई घटना के बाद से खुजनेर नगर पूरी तरह से 4 दिन से बंद है। पूरे नगर में धारा 144 लागू है, ऐसे में शिवराज ने खुजनेर से दो किलोमीटर दूर ग्राम भीलखेड़ी में पीड़ित लोगों से मुलाकात की और जनसभा को संबोधित किया।
श्री @ChouhanShivraj ने इस घटना पर विरोध जताते हुए कहा कि यह मध्यप्रदेश की संस्कृति नहीं है। ऐसी अराजकता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्री चौहान ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की। pic.twitter.com/opeLIKsenH
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) January 29, 2019
खुजनेर में हुई घटना पर अब सियासत होने लगी है। शिवराज ने मंगलवार देर रात वहां पहुंच कर कमलनाथ सरकार पर हमला बोला। शिवराज ने कहा 7 दिन में खुजनेर की घटना को लेकर दोषियों पर उचित कार्रवाई नहीं होती है तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। इस घटना के तार सिमी से जुड़े हैं। मंच पर स्कूली बच्चों से जब शिवराज मिल रहे थे और बच्चों से उस दिन की घटना की जानकारी ले रहे थे, इसी दौरान एक स्कूली छात्रा घटना बताते-बताते रोने लगी,शिवराज एवं सभा में मौजूद लोग भी भावुक हो गए। शिवराज ने बच्ची से सिर पर हाथ फेरा, शिवराज के आने के बाद क्षैत्र की सियासत गरमाने लगी है। दिग्गी के क्षैत्र में शिवराज ने जोरदार हमला बोला। घटना के बाद खुजनेर में न ही दिग्गी आए और न ही प्रदेश के मुखिया कमलनाथ। इस पूरे मामले का असर आगामी लोकसभा चुनाव में भी दिखाई देगा और इसी को लेकर शिवराज अब कोई मौका हाथ से नहीं जाने देते।
खुजनेर में मासूम बच्चों पर हुए अत्याचार से मेरा मन व्यथित है, दुःखी है। यह घटना हमारे लिए बहुत शर्मनाक है। गणतंत्र दिवस एक पवित्र त्योहार है जिसे भारत का प्रत्येक नागरिक मनाता है। इस दौरान जिस तरह बच्चों पर हमला किया गया वह अमानवीयता की पराकाष्ठा है। pic.twitter.com/jTqCBKrJm4
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 29, 2019
शिवराज ने कहा घटना बहुत चिंताजनक लेकिन मैं कुछ कहूं उसके पहले मैं अपनी बेटियों से बेटों से उन बच्चों से जोश कार्यक्रम में मौजूद थे मैं पहले उनसे ही चर्चा करना चाहता हूं क्योंकि क्योंकि हम कोई हंगामा खड़ा करने नहीं आए हम जबरदस्ती कोई आंदोलन करने नहीं आए हम कानून का सम्मान करने वाले लोग लेकिन घटना ने बहना के गणतंत्र दिवस के मौके पर कार्यक्रम चल रहा हो और धारदार हथियार लेकर हमला कर दिया जाए बच्चों में भगदड़ मच जाए भागदौड़ मत जाए कोई शब्दों प्रदेश में होता है क्या यह सहन करने के लायक हे क्या| शिवराज ने घटना को सुनने के लिए वहां मौजूद घटना के चश्मदीद बच्चियों को मंच पर बुलाया और अपने पास खड़ा कर माइक देते हुए बोले घटना बताओ , एक बच्ची घटना सुना हुए पूर्व मुख्यमंत्री के समाने रोने लग गई शिवराज ने बच्ची के सिर पर हाथ फेरा बच्ची ने भी रोते हुए , पूरी घटना सुनाई ।
हर धर्म, हर संप्रदाय, हर भारतवासी मेरा अपना है। लड़ाई उनसे है जो समाज में अराजकता और आतंक फैलाना चाहते हैं। उनको हम किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। मेरी प्रशासन से मांग है कि दोषियों पर 7 दिन के अंदर कार्रवाई की जाए। उचित व ठोस कार्रवाई न होने पर पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। pic.twitter.com/YyBpErKhsq
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 29, 2019
शिवराज ने कहा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए मैं किसी को दोष नहीं देना लेकिन इस घटना की गहराई से जांच होना चाहिए मैं आखिर इस घटना के पीछे कौन है इस घटना से सिमी के तार जुड़े हुए लोग जो समाज मैं सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ कर फिरा शांति का वातावरण पैदा करना चाहते हैं क्या वह लोग आतंक का बजाज बनकर कर फिर से समाज को डर और भय के साए में ले जाना चाहते है | देखिए घटना ऐसे नहीं है मैं समाज के सभी वर्गों से प्यार करता हूं भारत सबका है और हमने हमारे शासन में सब को मान और सम्मान दिया लेकिन इस तरह की घटना करने वाले ना किसी जाति के ना किसी धर्म के उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना चाहिए| हम सबकी मांग है कड़ी कार्रवाई हो इनके पीछे कौन है मुझे पता चला पकड़े गए और जमानत हो गई कोई बात है मैं भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की बात नहीं कर रहा हूं उन्हें शर्म आए आए आय रे उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए जो इस घटना पर निंदा करने के लिए एक शब्द तक नहीं बोलो जनता की हितेषी है मित्रों जब से सरकार आई है कुछ लोग खुलकर खेल रहे हैं गुंडागर्दी बड़ी है अंधेर गर्दी बड़ी है लेकिन वहां साफ़ सुन ले मध्य प्रदेश को आतंक के साए में हम नहीं जीने देंगे किसी भी कीमत में और प्रशासन भी साफ़ सुन ले और बैलेंस का खेल नहीं चलेगा कुछ मुकदमे इधर बना दो कुछ उधर बना दो घटनाएं स्पष्ट है मेरे बच्चों पर हमला हुआ है और उसमें सब बच्चे शामिल थे एक धर्म के नहीं थे सब बच्चे सम्मिलित थे बच्चों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेगा मामा किसी भी कीमत पर|