कलेक्टर-कमिश्नरों को CS ने दिया आदेश, तेल-मसालों में मिलावट पर भी हो कार्रवाई
भोपाल
मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने प्रदेशभर के कलेक्टर-कमिश्नरों से कहा है कि ना केवल दूध और दूध से बने पदाथों में मिलावट करने वालों पर कार्रवाई हो बल्कि तेल और मसालों में मिलावट करने वालों की भी धरपकड़ की जाए। मिलावट करने वालो के साथ उसी तरह से कार्रवाई हो जिस तरह जघन्य अपराध करने वालों पर की जाती है, जरुरत पड़े तो रासुका लगाने से भी परहेज नहीं करे।
मुख्य सचिव मोहंती आज अपर मुख्य सचिव वन केके सिंह,एसीएस वित्त अनुराग जैन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की एसीएस गौरी सिंह के साथ प्रदेशभर के कलेक्टर-कमिशनरों से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दूध में मिलावट करने से होंने वाले दुष्परिणामों को सोचे और इस तरह ध्यान में रखकर कार्यवाही करे कि यह परिणाम यदि आपके बच्चों को झेलना पड़ता तो क्या होता। उन्होंने मुरैना में कलेक्टर रेणु तिवारी से दूध में मिलावट के मामलों पर सख्ती करने को कहा और वहीं इंदौर कमिश्नर आकाश त्रिपाठी से कहा कि ना केवल तेल बल्कि मसालों में मिलावट पर भी सख्ती से कार्यवाही करे।
उज्जैन और भोपाल कमिश्नरों से भी उन्होंने चर्चा की जिसमें उन्होंने बताया कि उनके संभागों में दूध में मिलावट पर रासुका के तहत कार्यवाही करने की तैयारी है। मुख्य सचिव ने कहा कि दूध में मिलावट के खिलाफ अभियान कर्जमाफी से भी ज्यादा प्रसिद्ध हो गया है। जितनी ज्यादा कार्यवाही होगी और उसका प्रचार होगा जानकारी खुद व खुद मिलने लगेगी।
उन्होंने कहा कि आदिवासी अंचलों में लोगों के जनधन खाते खुलवाने, एटीएम और रुपे कार्ड के उपयोग को लेकर आदिवासी वर्ग के परिवारों को जागरुक कर उनमें इसका उपयोग बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि वनाधिकार के लिए बने नये सॉफ्टवेयर पर जानकारियां अपलोड की जाए ताकि सुप्रीम कोर्ट में अपडेट जानकारी दी जा सके। होशंगाबाद में पायलट प्रोजेक्ट शुरु किए जाने की जानकारी भी उन्होंने दी। उन्होंने कहा कि नौ अगस्त को आदिवासी महोत्सव को लेकर पूरी तैयारियां सुनिश्चित की जाए।