उपचुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही सियासी हलचल, ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुमशुदगी वाले पोस्टर चस्पा
ग्वालियर
मध्य प्रदेश में उपचुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही सियासी हलचल भी तेज़ हो गई है. ग्वालियर में रविवार को कांग्रेसियों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुमशुदगी वाले पोस्टर चस्पा कर दिए. इसके बाद सियासी हड़कंप मच गया. सिंधिय़ा समर्थकों ने पोस्टर फाड़ दिए तो पुलिस ने कांग्रेसिय़ों पर धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज कर प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
रविवार को शहर के महल गेट, गस्त का ताजिया सहित अन्य स्थानों पर सिंधिया की गुमशुदगी के पोस्टर चस्पा नजर आए. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह की अगुआई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महल गेट पर सिंधिया की गुमशुदगी के पोस्टर लगाए. इसके बाद नदी गेट और यहां से गुजर रहे कुछ वाहनों पर भी कांग्रेसिय़ों ने सिंधिया की गुमशुदगी के पोस्टर लगा दिए. पोस्टर में लिखा था कि कांग्रेस में रहते सिंघिया जनसेवा नहीं कर पा रहे थे, लेकिन बीजेपी में जाने के बाद भी सिंधिया जनसेवा करते नजर नहीं आए हैं. लिहाजा ज्योतिरादित्य सिंधिया को तलाशकर लाने वाले व्य़क्ति को 5100 रुपए का इनाम दिया जाएगा.
पोस्टर लगाने की खबर लगते ही सिंधिया समर्थक बीजेपी नेता नदी और महल गेट पहुंचे और यहा लगे पोस्टर फाड़ कर फेंक दिए. इसके बाद सिंधिया समर्थक बीजेपी जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी के साथ झांसी रोड थाने पहुंचे. समर्थकों की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया और पोस्टर लगाने के वायरल हुए वीडिय़ो के आधार पर धारा 144 के उल्लंघ का मामला दर्ज कर लिया.
प्रदेश में शिवराज सरकार बनवाने में ज्योतिरादित्य सिंधिया की ही भूमिका रही है. कांग्रेस से बगावत कर सिंधिया और उनके समर्थक 22 विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन की और कमलनाथ सरकार गिर गई. अब प्रदेश में कुल 24 सीटों पर उपचुनाव होना है. इनमें 16 सीटें अकेले ग्वालियर-चंबल अंचल की हैं. यहां होने वाले उपचुनाव में शिवराज के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चंबल में बीजेपी का बड़ा चेहरा रहेंगे. यही वजह है कि कांग्रेस अब बीजेपी की बजाए सिंधिया को टारगेट कर रही है. आने वाले दिनों में ग्वालियर चंबल अंचल में सियासी पारे के और गर्म होने की संभावना है.