अटेंडेंस में ‘देशभक्ति’: विपक्ष ने सरकार को घेरा, कांग्रेस ने कहा- शिक्षा का स्तर सुधारे सरकार
अहमदाबाद
स्कूलों को दिए गए गुजरात सरकार के एक निर्देश पर राजनीतिक बहस छिड़ गई है। दरअसल, सरकार ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि अटेंडेंस का जवाब देते वक्त 'जी सर' कहने की जगह बच्चे जवाब में 'जय हिंद' या 'जय भारत' बोलें। अब इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा है। कांग्रेस और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने इस फैसले पर आलोचना करते हुए बीजेपी सरकार से राज्य में पढ़ाई की क्वॉलिटी सुधारने के लिए कहा है।
हालांकि, राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुदास्मा ने फैसले का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना जागेगी। आपको बता दें कि प्राइमरी एजुकेशन और गुजरात सेकंडरी ऐंड हायर सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड ने 31 दिसंबर को एक नोटिफिकेशन जारी किया। इसके मुताबिक सरकारी, ग्रांट-इन-एड और सेल्फ फाइनैंस्ड स्कूल्स की पहली से 12वीं क्लास तक के बच्चों को 1 जनवरी से अटेंडेंस के जवाब में जय हिंद या जय भारत कहना होगा।
'खून में है देशभक्ति'
इसके पीछे यह वजह बताई गई है कि इससे बचपन से ही बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना पैदा होगी। राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा है कि इससे पढ़ाई की क्वॉलिटी पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने बच्चों में देशभक्ति पैदा करने की कई कोशिशें कीं। किसी एक प्रैक्टिस को बदलने से शिक्षा के स्तर पर कोई असर नहीं होगा। हार्दिक पटेल ने कहा कि बच्चों को देशभक्ति व्यक्त करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह भावना खून में बहती है।