ATP मशीन से बिल जमा करने वाले बिजली उपभोक्ताओं का सबूत गायब

जबलपुर
उपभोक्ताओं की सुविधा पर जोर देने वाली बिजली कंपनी में जमा बिल का सबूत ही गायब हो जाता है। बिल जमा हुआ कि नहीं, ये जानने के लिए भी उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के भरोसे रहना पड़ता है। एटीपी मशीन के जरिए बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं की ये सबसे ज्यादा शिकायत आ रही है। कई बार बिल जमा करने के बाद भी दोबारा पिछले माह का बिल जुड़कर आ जाता है, लेकिन उपभोक्ता बिल भरने का कोई सबूत नहीं पेश कर पाते हैं, क्योंकि उन्हें मिली रसीद चंद दिनों में कोरी हो जाती है।

उपभोक्ता प्रेमनगर मदन महल निवासी मणीलाल पटेल ने इस संबंध में बिजली अधिकारियों से शिकायत की है। उनके अनुसार वे नियमित बिल एटीपी मशीन के माध्यम से जमा करते हैं। कई बार बिल जमा करने के बाद भी पिछले माह की राशि नए बिल में जुड़कर आ जाती है। ये तकनीकी गड़बड़ी होती है ऐसे में उपभोक्ता जब अधिकारियों से मिलने पहुंचते हैं तो उनसे बिल की रसीद मांगी जाती है। जबकि रसीद की स्याही चंद दिनों के अंदर ही फीकी पड़ जाती है। जिसे अफसरों को दिखाया नहीं जा सकता है, ऐसे में अधिकारी ही कंप्यूटर से बिल की राशि देखकर उपभोक्ता को संतुष्ट करते हैं। उन्होंने बिजली कंपनी से इस संबंध में तकनीकी सुधार करने की मांग की है।

बिजली उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने के लिए विकल्प मिला है, लेकिन अभी भी 30-40 फीसद उपभोक्ता ही इस सुविधा का उपयोग रहे हैं। अधिकांश उपभोक्ता एटीपी मशीन के माध्यम से ही बिजली का बिल जमा कर रहे हैं। एटीपी मशीन में भुगतान के बाद मिलने वाली रसीद को लेकर ही उपभोक्ता परेशान हैं।

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