22 अलगाववादियों समेत 919 की सुरक्षा वापस
श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों अलगाववादी नेताओं समेत तमाम लोगों से सुरक्षा वापस लेने के बाद अब राज्य पुलिस को 2700 से अधिक पुलिसकर्मी वापस मिल गए हैं। अब तक यह पुलिसकर्मी अलग-अलग लोगों की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात थे, जो कि अब आम लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न इलाकों में भेजे जाएंगे। इसके अलावा सुरक्षा वापसी के कारण पुलिस विभाग को 389 ऐसे वाहन भी वापस मिले हैं, जो कि अब तक अलग-अलग लोगों के काफिले में सुरक्षा के लिहाज से शामिल रहते थे।
बुधवार को केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए यह आंकड़े जारी किए हैं। गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है,'जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद कुल 919 अपात्र लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है। इन लोगों में 22 प्रमुख अलगाववादी भी शामिल हैं, जिनसे बीते दिनों सुरक्षा वापस मांग ली गई थी। सुरक्षा वापसी के निर्णय के बाद केंद्र सरकार को 2768 पुलिसकर्मी और 389 वाहन वापस मिले हैं। अब इन सभी का इस्तेमाल राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने की दिशा में किया जाएगा।'
देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे सभी लोग
बता दें कि पूर्व में सरकार ने देश विरोधी गतिविधियों और अलगाववाद में शामिल रहने के आरोपी कश्मीर के तमाम नेताओं और अन्य लोगों की सुरक्षा की समीक्षा करने का आदेश दिया था। इसके बाद सरकार ने अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी, अगा सैयद मौसवी, मौलवी अब्बास अंसारी, यासीन मलिक, सलीम गिलानी, शाहिद उल इस्लाम, जफर अकबर भट, नईम अहमद खान, फारुख अहमद किचलू, मसरूर अब्बास अंसारी, अगा सैयद अब्दुल हुसैन, अब्दुल गनी शाह, मोहम्मद मुसादिक भट और मुख्तार अहमद वजा समेत कई अन्य की सुरक्षा वापस ली थी। इन सभी लोगों को सुरक्षा ड्यूटी में तैनात जवानों और वाहनों को सरकार को वापस करने के निर्देश दिए गए थे।