हमारी टीम में है दम और वर्ल्ड कप जीतने पर है हमारी नजर: रवि शास्त्री
नई दिल्ली
टीम इंडिया अब अपने वर्ल्ड कप मिशन पर टकटकी लगा रही है। इस बीच वर्ल्ड कप से पहले टीम के खिलाड़ियों को घरेलू T20 क्रिकेट लीग IPL में भी खेलना है। ऐसे में वर्ल्ड कप टीम के संभावित खिलाड़ियों को IPL में कैसे मैनेज किया जाएगा। इस पर इंडिया के चीफ कोच रवि शास्त्री ने हमारे सहयोगी मिरर नाउ से खुलकर बात की। मिरर नाउ के फाइ डिसूजा से रवि शास्त्री ने कैप्टन विराट कोहली के साथ अपनी जुगलबंदी और वर्ल्ड कप में भारत के जीतने के चांस समेत कई महत्वपूर्ण विषयों पर खुलकर अपनी राय रखी। पेश हैं इस खास चर्चा के कुछ अंश…
क्या टीम वर्ल्ड कप के लिए मानसिक रूप से तैयार है?
बिल्कुल।
क्या आप मानते हैं कि अभी कुछ बदलाव के लिए जगह है या फिर आपका लाइनअप सेट है?
हमारी टीम की कोर टीम बिल्कुल तैयार है। लेकिन अंतिम मिनट में आप चोटों को अनदेखा नहीं कर सकते। वर्ल्ड कप में आप सिर्फ 15 खिलाड़ी ही लेकर जा सकते हैं लेकिन आपको इन 15 खिलाड़ियों के लिए 18-20 खिलाड़ी तैयार करने होते हैं।
अब IPL शुरू होने जा रहा है, क्या आप चिंतित हैं (जो वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा होंगे) खिलाड़ियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा?
यह हमेशा ही चिंता का विषय रहता है। इतने बड़े मिशन से पहले जिसकी आप उम्मीद नहीं करते वह चोट है। वर्ल्ड कप आईपीएल के तुरंत बाद ही शुरू होना है और ऐसे में अगर कोई चोटिल हो जाए, तो यह चिंता की बात है। मैं झूठ बोलूंगा अगर मैं यह कहूं कि मैं उत्साहित नहीं हूं। मैं बारीकी से सभी मैच देखूंगा।
यदि 1-10 तक की रेटिंग देनी हो, तो आपके अनुसार हमारी टीम के वर्ल्ड कप में जीतने के कितने चांस हैं।
देखिए, अगर मैं यह कहूं कि हम जीत के बारे में नहीं सोच रहे तो यह झूठ होगा।
ऐसी भी मांग उठी है कि वर्ल्ड कप में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहिए…
मैं इसे पूरी तरह से बीसीसीआई और सरकार पर छोड़ता हूं, क्योंकि वे ही जानते हैं कि क्या हो रहा है। वे ही इस पर निर्णय लेंगे और हम वही करेंगे जो सरकार कहेगी।
और अगर ऐसा निर्णय लिया जाता है कि हमें वर्ल्ड कप में उनसे (पाकिस्तान) नहीं खेलना है?
अगर सरकार कहती है कि यह संवेदनशील विषय है और आपको वर्ल्ड कप में उनसे नहीं खेलना है, तो मैं अपनी सरकार के साथ ही जाऊंगा।
क्या आप मानते हैं कि विदेशी दौरा करने वाली यह भारतीय टीम अब तक की सबसे बेस्ट टीम है?
अगर यह बेस्ट नहीं है, तो उसके करीब तो है। मैं कहना चाहूंगा कि यह सभी फॉर्मेट में बेस्ट टीम है। आपको हारने से ज्यादा जीतना होता है। अगर आप देखें कि इस टीम ने पिछले पांच सालो में विदेशों में जैसा प्रदर्शन किया है वह अविश्वसनीय है।
अगर यह कहा जाए कि इस टीम में आपकी वापसी विराट कोहली और आपके संबंधों पर निर्भर थी…
अपने माइंडसेट के अनुसार हम दोनों बहुत समान हैं। हम दोनों ही अपनी सोच में बेहद आक्रामक हैं, इसी सोच से तय होता है कि टीम कैसा खेलती है। हम मेहनत पर जोर देते हैं, जहां कोई भी अपना स्टैंड नहीं छोड़ सकता। अनुशासन ही पहले स्थान पर है। अगर आप लेट आते हैं, तो बस आपका इंतजार नहीं करेगी। लेकिन ऐसा होता नहीं है क्योंकि ये सभी लड़के बेहद प्रफेशनल हैं।