स्थानीय नेता करते हैं विरोध, छिंदवाड़ा से अच्छा शहडोल है: सांसद फग्गन

छिंदवाड़ा 
मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में भाजपा के पास कोई मजबूत स्थानीय प्रत्याशी नहीं है और वहां के नेता भी नहीं चाहते कि बाहर का कोई नेता यहां आकर चुनाव लड़े। यहां से दावेदारी में नाम सामने पर सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने यह कहकर चुनाव लड़ने से मना कर दिया है कि छिंदवाड़ा का स्थानीय नेता साथ देने को तैयार नहीं होता। दूसरी ओर पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी यहां से बड़ा चेहरा उतारने की तैयारी में है और कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को टक्कर देने के लिए मजबूत कैंडिडेट की तलाश कर रही है। अब तक यहां चार स्थानीय नेताओं की दावेदारी सामने आई है। 

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से जिन चार स्थानीय नेताओं का पैनल शुरुआती दौर में प्रदेश चुनाव समिति के पास भेजा गया है, उनमें रमेश गोवली, राजू परमार, कन्हई राम रघुवंशी और शेष राव यादव के नाम शामिल हैं। इस मामले में पूर्व विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह का कहना है कि लोकल कैंडिडेट की डिमांड स्थानीय कार्यकर्ता करते हैं क्योंक स्थानीय नेता चुनाव के बाद भी पार्टी कार्यकर्ता के लिए काम आता है। वह लोगों के बीच पहुंचकर समस्याएं सुनता और सुलझाता है। बाहर का आदमी हमेशा काम नहीं आता। 

मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रदेश टुडे से चर्चा में कहा कि छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने के लिए अगर पार्टी ने 6 माह पहले इशारा किया होता तो बात और थी। बिना किसी तैयारी और स्थानीय नेताओं को भरोसे में लिए चुनाव लड़ना आसान नहीं है। वर्ष 2014 के चुनाव में तैयारी की थी पर स्थानीय नेताओं मदद करने को तैयार नहीं थे। लोकल नेताओं का सपोर्ट तो जरूरी होता है। वे मंडला या फिर शहडोल से चुनाव लड़ने के लिए सहमत हैं। 

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