सेना के पास जरूरी सामान तक नहीं थे कांग्रेस सरकार क्या करती सर्जिकल स्ट्राइक: पीएम मोदी
नई दिल्ली
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस के बयान जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में भी सर्जिकल स्ट्राइक की थी, लेकिन इसका ढिंढोरा नहीं पीटा. मोदी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस किस मुंह से सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है. इनकी सरकार के दौरान हालात ऐसे थे कि सेना के पास जरूरी सामान तक नहीं थे. सेना का मनोबल बुरी तरह गिरा हुआ था. कोई उनको आदेश देने वाला नहीं था.
बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक को मोदी सरकार अपनी बड़ी उपलब्धि बताती रही है जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर कई आतंकियों को मार गिराया था और सुरक्षित अपनी सीमा में लौट आई थी. बाद में सरकार ने इस हमले को सार्वजनिक कर दिया था. कांग्रेस तभी से आरोप लगाती रही है कि सर्जिकल स्ट्राइक का जिस तरह सरकार बखान करती है वैसा करना न तो ठीक है न सरकार को शोभा देता है. कांग्रेस का दावा है कि उनके कार्यकाल के दौरान भी सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया.
प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि ऐसा कहकर कांग्रेस 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के महत्व को कम करना चाहती है. संसद में इसका जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी बात करते हुए कहा कि मैं फिल्म उरी की बात नहीं कर रहा हूं. मैं सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर रहा हूं. कांग्रेस किस मुंह से सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है, यह समझ में नहीं आता. हालात ऐसे थे कि सेना के पास बुलेटप्रुफ जैकेट तक नहीं थे. सैनिकों के लिए जूते तक नहीं थे. सेना का मनोबल इतना गिरा हुआ था कि उन्हें सर्जिकल स्ट्राइक का आदेश कौन देता.
पीएम मोदी ने कहा कि सेना को ताकतवर बनाने के बारे में कांग्रेस ने कभी सोचा ही नहीं. कांग्रेस ने सेनाओं की जरूरतों को नजरअंदाज करने का काम किया. इसके लिए देश कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा. मोदी ने कहा कि अपनी ही सेना को बदनाम करने का काम कांग्रेस सरकार ने किया. ऐसा भारत में पहले कभी नहीं हुआ था.
विपक्ष के नेता मिल्लकार्जुन खड़गे के इस बयान पर कि पीएम को राफेल के मुद्दे पर बोलना चाहिए, पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि किसकी भलाई के लिए राफेल डील रद्द कराना चाहती है. पीएम ने कहा कि कांग्रेस का यह मानना है कि रक्षा सौदे बिना दलाली के हो ही नहीं सकते. क्योंकि इनके कार्यकाल में बिना दलाली के सौदे पूरे नहीं होते थे. इसलिए राफेल डील पर सवाल उठाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि इस मसले पर पूरा जवाब रक्षामंत्री दे चुकी हैं. कांग्रेस वायुसेना को कमजोर करना चाहती है.
कब हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
भारतीय सेना पर 18 सितंबर 2016 को उरी में हमला किया गया था. इसमें 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इसका बदला लेने के 28-29 की दरम्यानी रात भारतीय सेना पाकिस्तान की सीमा में 3 किमी अंदर तक घुसी और कई ठिकानों को तहस-नहस करते हुए कई आतंकियों को मार गिराया था. सुबह होने से पहले सैनिक भारतीय सीमा में लौट आए थे.