सीएम हेल्पालाइन में दर्ज शिकायतों का निराकरण नहीं, फिर CM की फटकार
भोपाल
मुख्यमंत्री कमलनाथ की नसीहत के बाद भी जिले के अधिकारी सीएम हेल्पालाइन में दर्ज शिकायतों का निराकरण नहीं कर रहे हैं। ये अधिकारी बिना सुलझाये उच्च स्तर पर फारवर्ड कर रहे हैं। सीएम हेल्प लाइन के उप संचालक ने सभी 52 जिलों के विभागीय नोडल अधिकारियों और जिला लोक सेवा प्रबंधक को पत्र लिखकर चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने सत्ता संभालने के शुरूआती दौर में ही सभी विभाग के अफसरों को चेताया था कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को अनावश्यक तौर पर उच्च स्तर पर नहीं बढ़ाई जायें। अगर, ऐसा किया जाता है तो इसके जिम्मेदार जिले कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी होंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी नसीहत दी थी कि जिस विभाग से संबंधित अधिक शिकायतें पेडिंग मिली उसके अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी। जन अधिकार कार्यक्रम में भी चेतावनी दी गई है। बावजूद जिले के अधिकारी हेल्प लाइन में दर्ज शिकायतों को बला मान रहे हैं।
सीएम हेल्प लाइन के पत्र के आधार पर विभाग प्रमुखों ने अपने अधीन अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय स्तर पर 603 शिकायतें पेडिंंग हैं। जिलों में सबसे ज्यादा रीवा, सतना, सीधी, भिंड, अशोकनगर, गुना, इंदौर, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, मंडला से संचालनालय भेजे गये हैं। पंचायत राज संचालनालय के आयुक्त ने 31 जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखा है। आयुक्त ने कहा है कि मुख्यमंत्री हर माह सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हैं। पहले कहा जा चुका है कि शिकायतों का निराकरण जिले स्तर पर ही किया जाये लेकिन अफसर लापरवाही कर रहे हैं। कलेक्टरों से कहा गया है कि बिना सोचे समझे उच्च स्तर पर प्रकरण भेजने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये।