सीएम कलनाथ ने कहा, विपक्ष के लोग साजिश में शामिल

भोपाल 
मध्य प्रदेश के चित्रकूट जिले में पांच वर्षीय जुड़वा भाइयों की निर्मम हत्या से प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। पुलिस का कहना है कि इस वारदात को अंजाम देने में आरोपी ने जिस कार का इस्तेमाल किया था, उसमें बीजेपी का झंडा लगा था। साथ ही जो बाइक आरोपियों के पास पाई गई है, उनमें नंबर प्लेट की जगह राम राज्य लिखा था। रीवा के आईजी चंचल शेखर ने खुद इसकी पुष्टि की है और अब सीएम कमलनाथ ने भी विपक्ष पर निशाना सधा है। 

कमलनाथ ने कहा, 'गाड़ी में किसका झंडा लगा था, यह सामने आ गया है। इस घटना के पीछे जरूर कोई राजनीति है। अपराधी कहां से आ रहे थे? इसके पीछे किसका हाथ है…? विपक्ष डरा हुआ है, क्योंकि उनके लोग इसमें शामिल हैं। जल्द ही सब साफ हो जाएगा। मैंने बच्चों के पिता ब्रजेश रावत से फोन पर बात की है। मुझे इस घटना का बहुत दुख है। इस वारदात में शामिल दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा।' 

आरोपियों के पास से बरामद बाइकें

इस बीच रीवा के आईजी चंचल शेखर ने घटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि मुख्य आरोपी पद्म शुक्ला है। अन्य आरोपी रामकेश, पिंटा यादव, राकेश द्विवेदी, आलोक सिंह और विक्रमजीत सिंह। आईजी ने कहा कि पद्म शुक्ला का छोटा भाई विष्णुकांत बजरंग दल का एरिया-कोऑर्डिनेटर है, हालांकि उन्होंने कहा कि इस केस में विष्णुकांत का कोई रोल नहीं है। इस वारदात में कार और बाइक का इस्तेमाल किया गया। बाइक में लगी नंबर प्लेट में नंबर की जगह राम राज्य लिखा था और कार में बीजेपी का झंडा लगा था। 

शिवराज और अखिलेश वारदात से स्तब्ध 
इस घटना के बाद दोनों राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्रियों ने मौजूदा सरकार पर हमला बोला है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'आज बांदा में दो बच्चों की लाशें मिलीं। उनकी जानें गईं और एक परिवार का भविष्य उजड़ गया। सरकारों की जिम्मेदारी है कि हर नागरिक को सुरक्षित रखे और दुःख है कि हाल यह है कि मां-बाप बच्चों को स्कूल भेजने से भी डरेंगे! देश की कानून-व्यवस्था अब इससे ज्यादा क्या बिगड़ेगी?' 

वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं दोनों बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त करता हूं। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मुझे आशा है कि सरकार और प्रशासन इसे गंभीरता से लेगा। मैं इस घटना से हैरान हूं।' 

12 फरवरी को अपहरण, 21 को हत्या, अब मिले शव 
बता दें कि इन दोनों भाइयों (प्रियांश और श्रेयांश) को स्कूल बस के अंदर से 12 फरवरी को किडनैप किया गया था। सूत्रों की मानें तो अपहरणकर्ताओं ने बच्चों के पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। बच्चों के पिता उन्हें 20 लाख रुपये दे भी चुके थे, लेकिन शनिवार रात बच्चों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा में बबेरू इलाके के पास यमुना नदी में मिले। पुलिस का कहना है कि दोनों भाइयों की 21 फरवरी को ही हत्या कर दी गई थी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *