सहकारी संस्थाएँ जरूरतमंदों का हित संवर्धन करें – मंत्री डॉ. गोविंद सिंह

 
भोपाल

सहकारिता, सामान्य प्रशासन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने आज सहकारिता विभाग के क्रियाकलापों की जानकारी प्राप्त की। विभागीय अधिकारियों के साथ संस्थावार योजनाओं की समीक्षा करते हुए डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सहकारी संस्थाओं को सक्षम बनाकर जरूरतमंद वर्ग के हित में कार्यों को केन्द्रित किया जाये। संस्थाओं की अनियमितताएँ बर्दाश्त नहीं की जायेंगी। उन्होंने वचन-पत्र में शामिल बिन्दुओं पर शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिये।

मंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि सहकारिता का उद्देश्य किसानों और उपभोक्ताओं का हित संवर्धन है। सहकारी संस्थाओं की अच्छी छवि भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर सहकारी संस्थाओं से सामग्री क्रय करने का कार्य प्राथमिकता पूर्वक होना चाहिये। इसके लिये आवश्यक हो, तो भण्डार क्रय नियम में जरूरी संशोधन करने पर विचार किया जायेगा। डॉ. सिंह ने उपभोक्ता संघ द्वारा संचालित प्रियदर्शनी केन्द्रों को आधुनिक और आवश्यक बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मॉल संस्कृति के विकास के कारण प्रियदर्शनी केन्द्रों के संचालन को और अधिक व्यवस्थित किया जाना चाहिये।

बैठक में सहकारिता मंत्री ने मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ, राज्य सहकारी संघ, बीज संघ, उपभोक्ता संघ, आवास संघ, अपेक्स बैंक आदि के नियमित कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कृषि ऋण वितरण, कृषि आदानों, उर्वरक और कीटनाशक के वितरण, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, खाद्यान्नों के उपार्जन, दलहन-तिलहन उपार्जन, सहकारी संस्थाओं के ऑडिट आदि के बारे में भी चर्चा की।

प्रमुख सचिव, सहकारिता श्री अजीत केसरी ने बैठक में विभिन्न सहकारी संस्थाओं की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। इस अवसर पर त्रि-स्तरीय सहकारी साख संरचना के संबंध में भी जानकारी प्रदान की गई। पंजीयक एवं आयुक्त, सहकारिता श्री केदार शर्मा सहित विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

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