शोएब अख्तर के बाद हफीज के निशाने पर पाक टीम, बोले- भ्रष्ट थे खिलाड़ी, साथ खेलने को मजबूर था

 
लाहौर

पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद हफीज ने कहा कि वह राष्ट्रीय टीम में मजबूरी में उन खिलाड़ियों के साथ खेले थे जो गलत काम कर रहे थे। हफीज ने अपने पूर्व साथी शोएब अख्तर के यूट्यूब चैनल पर कहा कि वह आवाज उठाना चाहते थे, लेकिन पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने की चाहत में वह कुछ बोल नहीं पाए। उन्होंने कहा, ‘वो खिलाड़ी मेरे भाइयों की तरह हैं, क्योंकि मैं उनके लिए दुआ भी करता था, लेकिन उन्होंने जो किया मैं उसके खिलाफ था।'

मजबूरी में टीम के लिए खेलता रहाउन्होंने ने पाकिस्तान टीम के अंतर फैले भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए बताया, 'मैंने आवाज उठाई, लेकिन मुझसे कहा गया कि वह पाकिस्तान के लिए खेलेंगे और अगर तुम्हें भी खेलना है तो फैसला कर लो कि क्या करना है। मैं इससे सदमें में था। वह लोग गलत थे इसके बाद भी मैं उनके साथ खेलता रहा। मैं अभी भी कहूंगा कि यह गलत फैसला था और यह पाकिस्तान के लिए कभी भी सही नहीं होगा। इस तरह के खिलाड़ियों को वापस लाना पाकिस्तान के लिए अच्छा नहीं होगा।’
 
उल्लेखनीय है कि हफीज पाकिस्तान के पाकिस्तान के बेहतरीन ऑलराउंडर में से एक रहे। उन्होंने इंटरनैशनल टीम के लिए 218 वनडे में 11 और 55 टेस्ट में 10 शतक लगाए। इसके अलावा उन्होंने वनडे में 139 और टेस्ट में 53 विकेट भी लिए।

शोएब अख्तर लगातार उठा रहे हैं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज
इससे पहले शोएब अख्तर ने भी टीम में भ्रष्टाचार होने की बात कही थी। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा था वह जब खेला करते थे तब मैच फिक्सरों से घिरा रहा करते थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए खेलते हुए उन्हें ऐसा लगता था कि वह 11 की टीम के साथ नहीं 21 की टीम के साथ खेल रहे हैं। अख्तर असल में 2010 में फिक्सिंग प्रकरण की बात कर रहे थे जिसमें मोहम्मद आमिर, पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान सलमान बट और तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ फंसे थे।

सारे फिक्स मैचों की दी थी जानकारी
अख्तर ने कहा, ‘मुझे हमेशा विश्वास था कि मैं पाकिस्तान को धोखा नहीं दे सकता, इसलिए मैच फिक्सिंग नहीं। मैं मैच फिक्सरों से घिरा हुआ था। मैं 21 खिलाड़ियों के साथ खेल रहा था जिसमें से 11 उनके और 10 हमारे खिलाड़ी होते थे। कौन जाने कौन मैच फिक्सर है। बहुत मैच फिक्सिंग हुआ करती थी। आसिफ ने मुझे बताया था कि उन्होंने कौन से मैच फिक्स किए थे और कैसे किए थे।’

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