‘वोकल फॉर लोकल’: गृह मंत्रालय का फैसला, पैरामिलिट्री फोर्स के कैंटीनों में 1 जून से बेचे जाएंगे सिर्फ स्वदेशी प्रॉडक्ट्स

 नई दिल्ली 
केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की कैंटीन में एक जून से केवल स्वदेश निर्मित वस्तुओं की ही बिक्री होगी। गृह मंत्रालय ने बुधवार (13 मई) को यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय ने बताया कि इसके बाद करीब दस लाख सीएपीएफ के जवानों के परिवार के 50 लाख सदस्य स्वदेश निर्मित उत्पादों का इस्तेमाल करेंगे। सीएपीएफ के अंतर्गत देश के अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी आते हैं। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को देश के नाम अपने संबोधन में स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की अपील की थी। इसी दिशा में गृह मंत्रालय ने यह कदम उठाया है।
 
पीएम मोदी ने की लोकल उत्पादों की पैरवी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बने उत्पादों के इस्तेमाल की यह कहते हुए पैरवी की थी कि कोरोना वायरस महमारी ने स्थानीय विनिर्माण, स्थानीय बाजार और स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला का महत्व सिखा दिया है। उन्होंने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था, ''संकट के इस समय में इसी लोकल ने हमारी मांग पूरी की, इसी लोकल ने हमें बचाया है। लोकल बस जरूरत नहीं है, बल्कि हमारी जिम्मेदारी भी है।"  

प्रधानमंत्री ने कहा था कि आज से हर भारतीय को अपने लोकल के लिए मुखर होना हागा, उसे न केवल लोकल चीजें खरीदने के लिए बल्कि गर्व से उसे बढ़ावा देने के लिए भी मुखर होना होगा। उन्होंने कहा था, ''वैश्विक ब्रांड भी कभी इसी तरह लोकल थे। लेकिन जब लोगों ने उनका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, वे उन्हें बढ़ावा देने लगे, उनकी ब्रांडिंग करने लगे और उन पर गर्व महसूस करने लगे, वे लोकल प्रोडक्ट से वैश्विक बन गए।"

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