वीवीपैट गिनने के लिए बैंकों से आए कैशियर

 
नई दिल्ली 

कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच दिल्ली में गुरुवार को 7 जगहों पर वोटों की काउंटिंग हुई। सुबह करीब 7 बजे ईवीएम और वीवीपैट को स्ट्रॉन्ग रूम से बाहर निकाला गया। सबसे दिलचस्प रही वीवीपैट पर्चियों की काउंटिंग। चुनाव कार्यालय ने वीवीपैट काउंटिंग के लिए बैंक कर्मियों की ड्यूटी लगाई थी। शाम 7 बजे से शुरू हुई यह काउंटिंग देर रात तक जारी रही। एक वीवीपैट की काउंटिंग में करीब एक घंटा लगा। हर लोकसभा सीट पर 50 वीवीपैट की पर्चियों की काउंटिंग हुई। 

दिल्ली के वोटर्स ने इस बार नोटा (नन ऑफ द अबव) का इस्तेमाल भी खूब किया। सबसे ज्यादा नॉर्थ-वेस्ट के वोटरों ने नोटा का बटन दबाया। शाम छह बजे तक हुई काउंटिंग के मुताबिक, इस सीट पर 9 हजार 677 वोटरों ने नोटा दबाया। 2014 में भी इसी सीट पर नोटा का सबसे अधिक इस्तेमाल हुआ था। तब 8 हजार 826 वोटरों ने नोटा का बटन दबाया था। 

वहीं, चांदनी चौक में सबसे कम नोटा का इस्तेमाल हुआ। इस सीट पर 3 हजार 415 वोटरों ने नोटा दबाया। 2014 में नॉर्थ ईस्ट सीट पर इसका सबसे कम इस्तेमाल हुआ था। नोटा का बटन वोटर तब दबाते हैं, जब उन्हें कोई भी प्रत्याशी पसंद ना आ रहा हो। शाम 6 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कुल 41 हजार 304 वोटरों ने नोटा का बटन दबाया। 

2014 में नोटा दबाने वाले 39 हजार 690 वोटर थे। चुनाव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शाम 6 बजे तक चांदनी चौक सीट पर 3 हजार 415, ईस्ट दिल्ली सीट पर 4 हजार 595, नई दिल्ली सीट पर 6 हजार 340, नॉर्थ ईस्ट सीट पर 4 हजार 461, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट पर 9 हजार 677, साउथ दिल्ली सीट पर 4 हजार 875 और वेस्ट दिल्ली सीट पर 7 हजार 941 वोट नोटा के मिले। यह 0.53 फीसदी है। 

पोस्टल बैलेट पेपरों से ही बीजेपी ने बना ली थी बढ़त 
सबसे पहले सर्विस बैलेट पेपरों की काउंटिंग हुई। यह करीब 11 बजे तक खत्म हुई। इसमें ही सातों सीटों पर बीजेपी ने बढ़त बना ली थी। उसके बाद ईवीएम से काउंटिंग शुरू हुई। जैसे-जैसे काउंटिंग बढ़ी बीजेपी प्रत्याशियों के वोटों का अंतर भी बढ़ता गया। दोपहर तीन बजे तक 3 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी 2 लाख वोटों से आगे चल रहे थे। एक तरह से 2014 के चुनाव से भी बड़ी जीत दिल्ली में बीजेपी ने हासिल की है। 

वीवीपैट और ईवीएम के नतीजे हुए अलग तो?
चुनाव कार्यालय के सीईओ डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि इसकी गुंजाइश काफी कम है। अगर वीवीपैट की पर्चियों की काउंटिंग और ईवीएम के नतीजों में अंतर आया तो उस स्थिति में भी दोबारा काउंटिंग या चुनाव नहीं होगा। नियमों के तहत उस बूथ पर ईवीएम की जगह वीवीपैट की पर्चियों को ही रिजल्ट में शामिल किया जाएगा। 

चांदनी चौक के रिटर्निंग अफसर से मांगा जवाब
चांदनी चौक सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जेपी अग्रवाल ने रिटर्निंग ऑफिसर को शिकायत दी थी कि एसी-15 शकूरबस्ती और एसी-16 तिगांव, शालीमार बाग, वजीरपुर, आदर्श नगर, सदर बाजार, मॉडल टाउन के स्ट्रॉन्ग रूम को उनकी उपस्थिति के बिना ही खोल दिया गया और ना ही उन्हें इसके बारे में जानकारी दी गई। एसी-20 के स्ट्रॉन्ग रूम की सील टूटी हुई मिली। रणबीर सिंह के अनुसार, इस मामले में रिटर्निंग ऑफिसर से जवाब मांगा गया है। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। 
 

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