लोकसभा चुनाव 2019: BJP की जीती इन 3 सीटों से JDU के उम्मीदवार महागठबंधन को दे रहे चुनौती
पटना
बिहार में छठे चरण में आठ सीटों पर होने वाले चुनाव में सीवान, वाल्मीकि नगर और गोपालगंज (सु) सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निवर्तमान सांसद बेटिकट कर दिए गए हैं और इन सीटों पर जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के सूरमा महागठबंधन के उम्मीदवारों से लोहा लेते नजर आएंगे।
सीवान से कविता सिंह का मुकाबला हिना शहाब से
सीवान से जदयू के टिकट पर दरौंधा की विधायक कविता सिंह चुनावी रणभूमि में उतरी हैं। उनका मुकाबला राजद प्रत्याशी और पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब से है। वाल्मीकि नगर से जदयू के टिकट पर वैद्यनाथ प्रसाद महतो चुनाव लड़ रहे हैं। महतो की टक्कर कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय के पौत्र और पूर्व सांसद मनोज पांडेय के पुत्र शाश्वत केदार से होगी।
गोपालगंज से डॉ. आलोक सुमन देंगे सुरेन्द्र राम को टक्कर
गोपालगंज(सु) से जदयू के टिकट पर डॉ. आलोक सुमन पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह लंबे समय तक गोपालगंज सदर अस्पताल में अपनी सेवा दे चुके हैं। वह 2013 में भाजपा में शामिल हुए थे। हाल ही में वह भाजपा का दामन छोड़कर जदयू में शामिल हुए हैं। सुमन का मुकाबला राजद प्रत्याशी और पहली बार चुनाव लड़ रहे सुरेन्द्र राम उर्फ महान जी से है। सुरेन्द्र राम वर्ष 2016 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हुए थे और एक वर्ष पूर्व राजद का दामन थाम लिया था।
BJP ने 30, LJP ने 7 और RLSP ने 3 सीटों पर लड़े थे 2014 के चुनाव
वर्ष 2014 के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की घटक भाजपा, लोजपा और रालोसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने 30, लोजपा ने सात और रालोसपा ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें भाजपा ने 22 लोजपा ने छह और रालोसपा ने तीन सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, जदयू ने 38 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे जबकि दो सीट बांका और बेगूसराय पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा।
सत्रहवें आम चुनाव (2019) के समीकरण काफी बदल गए हैं। उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा राजग से टिकट बंटवारे में मतभेद के बाद महागठबंधन में शामिल हो गई वहीं जदयू ने फिर राजग से नाता जोड़ लिया। राजग की घटक भाजपा 17, जदयू 17 और लोजपा छह सीट पर चुनाव लड़ रही है। इस बार के चुनाव में भाजपा को अपने जीते हुए छह सांसदों को बेटिकट करना पड़ा।