राहत की बारिश के लिए दुआ में उठे हज़ारों हाथ, भोपाल में हुई झमाझम
भोपाल
भोपाल में पिछले दो हफ्तों से बारिश पर ब्रेक लगा था। स्थानीय लोग लगातार बढ़ रही उमस से परेशान थे। लेकिन शुक्रवार को शहरवासियों को लंबे समय बाद उमस और गर्मी से राहत मिली। राजधानी के रहमत की बारिश के लिए हजारों लोगों ने सेन्ट्रल लायब्रेरी में दुआ के लिए हाथ उठाए। जुमे की खास नमाज़ के बाद रहमत की बारिश के लिए लोगों का आना शुरू हो गया। देखते ही देखते सेन्ट्रल लायब्रेरी का मैदान पुर (भरगया) हो गया।
विशेष नमाज से पहले मुफ्त ए शहर अबुल कलाम ने मौजूद लोगों को खिताब किया। इस दौरान आपने बारिश नहीं होने की वजह अल्लाह की बंदो से नाफरमानी बताया। आपने कुरआन और हदीस की रोशनी कहा कि हमारे अमल ही तय करते है कि आफियत। बयान के बाद शहर काजी मुश्ताक अली नदवी ने विशेष नमाज (इस्तिसका) हजारों लोगों को अदा कराई। बाद नमाज अल्लाह की बारगाह में रहमत की बारिश के लिए गिड़गिड़ा कर दुआ की।
शहरकाजी मुश्ताक अली नदवी ने दुआ से फारिग लोग घर भी नहीं पहुंच पाए थे कि रास्ते में ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। नमाज के लिए तीन बजे का टाईम मुकर्रर था। दुआ के दौरान ही 3 बजे पर काले घने बादलों ने शहर को अपने आगोश में जकड़ लिया। तेज बिजली चमकने लगी। 3.35 मिनट पर तेज बारिश शुरू हो गई। कोई 55 मिनट बारिश एक ही रफ्तार से शहर को भिगाती रही। मौसम विभाग के इस आकलंन को भी झूठा साबित कर दिया कि 48 घंटे बाद बरसात का महौल बनेगा।