रालेगण सिद्धी में अन्ना ने शुरू किया अनशन, लोकपाल पर सरकार को घेरा
रालेगण सिद्धी
केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति को लेकर समाजसेवी अन्ना हजारे महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगण सिद्धी में अनशन पर बैठ गए हैं। उन्होंने 11 बजे अनशन की शुरुआत की है। इससे पहले उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकपाल कानून को बने 5 साल हो गए और नरेंद्र मोदी सरकार पांच साल बाद बार-बार बहानेबाजी करती है।
उधर खबर है कि महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन अन्ना से बातचीत के लिए उनसे मिलने जा रहे हैं। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए लोकायुक्त, उपलोकायुक्त अधिनियम में सुधार की मंजूरी दे दी है। इसके तहत राज्य के मुख्यमंत्री भी अब लोकायुक्त की निगरानी के दायरे में होंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर पर कैबिनेट मीटिंग भी हुई थी।
इस पर अन्ना हजारे ने कहा, 'गिरीश महाजन के हाथ में पॉवर नहीं है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र कैबिनेट ने लोकायुक्त बनाने के लिए सोचा है लेकिन लोकपाल नियुक्त करना तो केंद्र सरकार के हाथ में है। किसानों का मामला केंद्र सरकार के हाथ में है। गिरीश महाजन इसमें क्या करेंगे?'
'केंद्र सरकार को फैसला लेना चाहिए'
उन्होंने आगे कहा, 'गिरीश महाजन ही वह मंत्री हैं जो पिछले साल 23 मार्च को दिल्ली में मेरा अनशन तुड़वाने आए थे। 9 महीने हो गए लेकिन कुछ नहीं हुआ। पीएमओ ने लिखित आश्वासन भी दिया लेकिन पालन नहीं हुआ, सिर्फ आंकड़ों पर क्या होगा। पहले केंद्र सरकार को फैसला लेना चाहिए कि लोकपाल नियुक्त हो।'
अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा
वहीं अपने पुराने साथी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा, 'वह तो अब लोकपाल और लोकायुक्त भूल ही गए होंगे, कुर्सी पर बैठने के बाद हर कोई सब भूल जाता है, जैसे नरेंद्र मोदी भी कुर्सी पर बैठने के बाद भूल गए हैं।'
अन्ना ने यह भी साफ कहा, 'ये मेरा अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष, पार्टी के विरुद्ध में नहीं है। समाज और देश की भलाई के लिए बार-बार मैं आंदोलन करता आया हूं, उसी प्रकार का ये आंदोलन है।' आपको बता दें कि 2011-12 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में दिल्ली के रामलीला मैदान पर तत्कालीन UPA सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन हुआ था।