रमजान 2019: सहरी और इफ्तारी करते समय बरतें ये 5 सावधानी

              
अल्लाह की रहमत और बरकत का महीना रमजान जल्द ही शुरू होने वाला है. इस पवित्र महीने में मुस्लिम लोग 30 दिन तक रोजे रखते हैं. इस साल रमजान का पवित्र महीना 4 मई या 5 मई को चांद देखने के बाद शुरू होगा. रोजे में अल्लाह की इबादत करते हुए रोजेदार को अपनी सेहत और खान-पान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए. ऐसे में उन्हें इफ्तार और सहरी के लिए पोषक आहार को डाइट में शामिल करना चाहिए, ताकि वो दिनभर तृप्त महसूस और ऊजार्वान बने रहें. रोजे के समय डाक्टर खान पान की चीजों पर विशेष ध्यान देने की सलाह देते हैं. इस दौरान गैरजरूरी चीजों को खाने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं रोजे के दौरान किस चीज को अपनी थाली में शामिल करने से आप पूरे 30 दिन सेहतमंद बने रह सकते हैं. 

तली चीजों से करें तौबा-

रोजे के दौरान तली हुई चीजों को खाने से बचने की सलाह दी जाती है. सहरी के समय अंडा, आटे की रोटी या परांठा, ताजे फल आदि खाने से सेहत ठीक रहती है. ध्यान रहे सहरी के समय ज्यादा कॉफी या सोडा नहीं पीना चाहिए. साथ ही सहरी में बिरयानी, कबाब, पिज्जा, और फास्ट फूड्स नहीं खाने चाहिए. ये आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं. रोजे में इफ्तार के दौरान खजूर खाना चाहिए. खजूर सेहत के लिए फायदेमंद होता है. खजूर में आयरन होता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है. इफ्तार के समय तला हुआ खाना शरीर के लिए हानिकारक होता है. इफ्तार में तला हुआ खाना खाने से बचना चाहिए.

खजूर का सेवन-

यूं तो खजूर को स्वास्थ्य के लिहाज से काफी फायदेमंद माना जाता हैं. खजूर ऊर्जा का स्रोत होने के अलावा पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं इसलिए इफ्तार करते समय इसे अपनी थाली में जरूर शामिल करे.  

फाइबर युक्त चीजें खाएं-

अगर रमजान के वक्त अपच की समस्या आती है तो इसे पचाने के लिए फाइबरयुक्त चीजें खानी चाहिए. इफ्तार के समय खाने खाते समय कम से कम पानी पीना चाहिए. क्योंकि ज्यादा पानी पीने खाना पचता नहीं है. जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. रमजान के महीने में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन खाना चाहिए. अधिक मात्रा में प्रोटीन खाने से कम भूख लगती है.

बीमार लोगों को ये नहीं खाना चाहिए-

जिन लोगों को दिल की बीमारी और मधुमेह की बीमारी है उन लोगों को कबाब, बिरयानी और चिकन खाने से बचना चाहिए. इफ्तार से लेकर सेहरी तक खाना खाने के समय हाथ अच्छे से धो लेने चाहिए क्योंकि भूख रहने पर शरीर में कमजोरी आ जाती है और कीटाणु जल्दी हमला करते हैं.

धूप में कतई बाहर न निकलें रोजेदार-

गर्मी के दिन डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में रोजेदार धूप में बाहर न निकलें. ब्लडप्रेशर या सुगर हो तो उन्हें रोजा नहीं रखना चाहिए क्योंकि उस दशा में सुगर अनकंट्रोल हो सकता है. अगर किसी परिस्थिति में बाहर निकलने की नौबत आए तो तौलिया या गमछा बांधकर निकले. ज्यादा से ज्यादा समय कुलर व एसी में रहने से दिक्कत नहीं आएगी. अगर कोई परेशानी आए तो रोजा तोड़ दें. कमजोर, खून की कमी या गर्भवती महिलाएं तो कतई रोजा न रखें.

ओट्स से बने परांठे-

सहरी करते समय ओट्स या म्लटीग्रेन आटे से बने स्टफ परांठे के साथ पनीर या अंडे की भुरजी खा सकते हैं. ऐसा करने से आपको दिनभर भऊख नहीं लगेगी. 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *