मुंबई हादसा: 60 सेकेंड की रेड लाइट ने बचा दी दर्जनों लोगों की जान

 
मुंबई         

मुंबई की सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक कुर्रा रोड पर गुरुवार शाम को फुट ओवर ब्रिज गिरने से जानमाल का बड़ा नुकसान हुआ है. इस हादसे में पांच लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए. सीएसटी के बाहर बने इस ब्रिज के गिरने से हादसा और भीषण हो सकता था.

जानकारी के मुताबिक जब यह हादसा हुआ तो उस समय कुर्रा रोड पर रेड सिग्नल था. शाम के वक्त इस ब्रिज के ऊपर से कई लोग गुजर रहे थे. ब्रिज के नीचे एक टैक्सी खड़ी थी. अगर उस समय 60 सेकेंड की रेड लाइट न होती तो इस ब्रिज के नीचे से कई कारें, मोटरसाइकिल और दूसरे वाहन गुजरते हैं. अगर ब्रिज गिरते समय रेड लाइट न होती तो इसके नीचे कई लोग आ सकते थे. ऐसा होता तो यह हादसा और गंभीर हो सकता था.

हादसे के वक्त इस ब्रिज के नीचे कुछ ठेले वाले थे और एक कार खड़ी थी. बाकी लोग पुल के साथ नीचे गिरने की वजह से घायल हो गए थे. घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर चोटें लगने की वजह से ये लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे. बताया जा रहा है कि हादसे में 30 से ज्यादा लोग घायल है और उनका इलाज चल रहा है.

सीएम ने जताया दुख
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने बीएमसी कमिश्नर, मुंबई पुलिस और रेलवे के अधिकारियों को कॉर्डिनेशन के साथ राहत और बचाव अभियान तेजी से चलाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके अलावा सरकार घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी.

यह ब्रिज 1980 में बना था. और यह रेलवे का फुटओवर ब्रिज नहीं है बल्कि यह पब्लिक फुटओवर ब्रिज है. इस हादसे से रेलवे ट्रैफिक प्रभावित नहीं हुआ है. इससे पहले 29 सितंबर 2017 में मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन (अभी प्रभादेवी स्टेशन) पर भी फुट ओवर ब्रिज पर भगदड़ हुई थी. इसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 50 लोग जख्मी हुए थे

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