मार्च में मिली 8 लाख से अधिक नई नौकरियां, EPFO ने जारी किए आंकड़े
नई दिल्ली
संगठित क्षेत्र में रोजगार सृजन के मोर्चे पर थोड़ी राहत मिली है. बीते फरवरी के मुकाबले मार्च में अधिक नौकरियों का सृजन हुआ है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मार्च महीने में 8.14 लाख नई नौकरियां मिली हैं जबकि फरवरी में यह आंकड़ा 7.88 लाख था. यानी फरवरी में 7.88 लाख नई नौकरियां मिली थीं. वहीं अगर साल के आधार पर बात करें तो 2018-19 में 67.59 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ.
आंकड़ों के मुताबिक मार्च, 2019 में सबसे अधिक नौकिरयां 22 से 25 साल के आयुवर्ग के लोगों को मिली. इस वर्ग के लोगों के लिए 2.25 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ. इसके बाद 18 से 21 साल के आयु वर्ग में रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ. वित्त वर्ष 2018-19 में 8.31 लाख के आंकड़े के साथ नौकरियों में बढ़ोतरी का सबसे ऊंचा आंकड़ा जनवरी, 2019 में रहा. पिछले माह जारी प्रारंभिक आंकड़ों में जनवरी 2019 का यह आंकड़ा 8.94 लाख बताया गया था. इन आंकड़ों के अनुसार सितंबर, 2017 से मार्च, 2018 के दौरान ईपीएफओ में कुल मिला कर 15.52 लाख नए सदस्य जुड़े.
नौकरियों के अवसर में कमी!
अप्रैल, 2019 में जारी नौकरियों के आंकड़ों में मार्च, 2018 के आंकड़ों में बड़ा संशोधन किया गया था. इसमें नौकरियों के अवसरों में 55,934 की कमी दिखाई गई है. इस कमी के बारे में ईपीएफओ ने कहा कि मार्च के आंकड़े नकारात्मक इसलिए हैं कि माह के दौरान काफी सदस्य इससे बाहर हुए हैं. ईपीएफओ के मुताबिक ये आंकड़े अस्थायी हैं.
इन अनुमानों में अस्थायी कर्मचारी भी शामिल हैं जिनका योगदान संभवत: पूरे साल के लिए नहीं होता है. सदस्यों के आंकड़ों को आधार पहचान से जोड़ा गया है. बता दें कि ईपीएफओ संगठित या अर्द्धसंगठित क्षेत्र में कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा फंड का प्रबंधन करता है. इसके सक्रिय सदस्यों की संख्या 6 करोड़ है. ईपीएफओ अप्रैल, 2018 से नौकरी के आंकड़े जारी कर रहा है. इसमें सितंबर, 2017 से शुरू हुई अवधि के आंकड़े शामिल हैं.