मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर चीन लगा सकता है अड़ंगा 

 
पेइचिंग 

पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की राह में चीन अड़ंगा लगा सकता है। मसूद को आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर फैसले से कुछ घंटे पहले चीन ने बुधवार को यह संकेत दिए कि वह इस कदम का विरोध कर सकता है। 2017 में भी चीन ने ऐसा ही किया था।  
 
चीन ने मसूद पर फिर चल दी है चाल 
चीन ने कहा कि इस मुद्दे के लिए ऐसा समाधान चाहिए जो सभी पक्षों के अनुकूल हो। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा वैश्विक आतंकवादी के तौर पर घोषित किए जाने के प्रस्ताव पर 24 घंटे से भी कम समय में फैसला आएगा। अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका की ओर से 27 फरवरी को रखा गया था। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मसूद पर मांगे और सबूत 
चीन ने मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करने से रोकने के लिए फिर से पैंतरा चला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन ने मसूद के खिलाफ और सबूत मांगे हैं। 2017 में भी चीन ने अड़ंगा लगाकर जैश सरगना मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचा लिया था। उस वक्त चीन ने मसूद के पक्ष में तर्क दिया था कि वह बहुत बीमार है और अब ऐक्टिव नहीं है और न जैश का सरगना है। 

पहले भी चीन लगा चुका है अड़ंगा 
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया, ‘मैं यह दोहराता हूं कि चीन जिम्मेदाराना रवैया अपनाना जारी रखेगा और यूएनएससी1267 समिति के विचार-विमर्श में हिस्सा लेगा।' चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो की शक्ति रखनेवाला सदस्य है और सबकी निगाहें चीन पर हैं जो पूर्व में अजहर को संयुक्त राष्ट्र से वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के भारत के प्रयासों में अड़ंगा डाल चुका है। चीन इस बात पर जोर दे रहा है कि समाधान सभी को स्वीकार्य होना चाहिए। 
 

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