मंत्री पीसी शर्मा ने cm को बतया ‘श्रीकृष्ण’
भोपाल
मध्यप्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की तुलना श्री कृष्णा से की है| उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ श्री कृष्ण की भूमिका में हैं। बीजेपी कौरव के समान हैं, कितनी भी कोशिश कर लें जीत कमलनाथ के नेतृत्व में पांडवों की होगी। पांडव पूरे पांच साल इन कौरव भाजपा पर भारी पड़ेंगे| मंत्री शर्मा गुरुवार को मीडिया से रूबरू होकर मानसून सत्र में पारित हुए विधेयकों के संबंध में जानकारी दे रहे थे|
मंत्री पीसी शर्मा ने कहा हमारी सरकार ने जो वादा किया था वो निभाया है। सदन के मानसून सत्र में ओवीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। अब प्रदेश के ओबीसी वर्ग के लोागों को 14 प्रतिशत की जगह 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। 15 साल तक बीजेपी ने इस आरक्षण को नही दिया| उन्होंने बताया कि नानाजी देशमुख पशु चिकितस्य विज्ञान विश्वविद्यालय है, यह एक मात्र विश्वविद्यालय है, इसमे यह प्रवधान किया था कि और कोई जगह यह नही खोला जा सकता था लेकिन इसमे संशोधन कर ठीक किया है इसके बाद कही भी यह विश्वविद्यालय खोल जा सकता है| उन्होंने बताया पहले कुष्ठ रोगी स्कूल और अस्पताल किसी लाइब्रेरी में नही जा सकते थे, लेकिन हमने पुराने कानून के अनुसार इसमें संशोधन किया है और इनका इलाज किया जाएगा और कुष्ठ रोगी कही भी जा सकेंगे और ओर नार्मल रोगियों की तरह रहेंगे| वहीं विधि विभाग के द्वारा अधिवक्ता कल्याण निधि संशोधन निधि विधेयक पर स्टेम्प पर पहले 20 रु लगते थे और उसको बढ़ाया गया है उसे 40 किया गया है ताकि एडवोकेट निधि बढ़ेगी और वकीलो के लिए ओर बेहतर काम किये जाएंगे|
मंत्री शर्मा ने बताया कि आज मीटिंग में तय हुआ है कि अधिवक्ता की डेथ होने पर मिलने वाली राशि को 2 से बढ़ा कर ढाई लाख किया गया है| मध्य प्रदेश गोवंश विधेयक में संशोधन किया है इसमें गो वंश को बेहतर ढंग से ओर बचाने के लिए संशोधन किया है। एमसीयू पांच राज्यो के इनके मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी जाती थी कि आप विभिन्न भाषा के पत्रकार के नाम मांगते थे लेकिन अब मुख्यमंत्री नॉमिनेट कर सकेंगे| दुष्कर्मियों को कोर्ट से फांसी सुनाये जाने पर कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा हमने सुप्रीम कोर्ट से निवेदन किया है ऐसे दरिंदो को सजा जल्द से जल्द मिले, हमारी सरकार अपराधियो को लेकर सख्त है| उन्होंने बताया दंड विधि में संशोधन के तहत विडीयो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुजरिम की गवाही की व्यवस्था को लेकर प्रवधान किया है अब जेल में रहकर मुजरिम की गवाही हो सकेगी| वहीं पति पत्नी के झगड़े में अब परिवार जेल नहीं जाएगा, इसके लिए रिपोर्ट होने के 6 महीने तक राजीनामे का समय दिया जाएगा|