मंत्रालय पहुंची पोस्टिंग संबंधी नोटशीट रुकी, आईएफएस अफसर बच रहे वन विभाग के वर्किंग प्लान में पोस्टिंग से
भोपाल
वन विभाग के वर्किंग प्लान में पोस्टिंग कराने से आईएफएस अफसर बच रहे हैं। ऐसे अधिकारियों की मंत्रालय पहुंची ट्रांसफर संबंधी नोटशीट पेंडिंग कर दी गई है। जिससे कई जिलों का प्लान रुक गया है।
वर्किंग प्लान वन विभाग का बाइबल माना जाता है। कार्ययोजना के अनुसार ही जिलों का वन विकास और संरक्षण किया जाता है। मुख्य वन संरक्षक स्तर के अधिकारी प्लान तैयार करते हैं जिसे पर्यावरण मंत्रालय तक भेजी जाती है। यहां से मंजूरी मिलने के बाद ही प्रदेश में लागू किया जाता है। जानकारी के अनुसार शहडोल, बालाघाट, खंडवा और बैतूल सहित आधा दर्जन वृत्त में सीसीएफ पद खाली हैं।
वर्किंग प्लान में पदस्थ करने को लेकर वन विभाग ने प्रावधान किया है कि कोई सीएफ अगर तीन साल के पहले पदोन्नत होगा या रिटायरमेंट के दो साल शेष होंगे, उन्हें वर्किंग प्लान में पदस्थ नहीं किया जायेगा। इस नियम को लेकर आईएफएस अफसरों ने पेंच फंसा दिया है। सूत्रों के अनुसार वन मुख्यालय ने जिन अधिकारियों के नाम वर्किंग प्लान के लिये प्रस्तावित किये गये हैं, उनकी नोटशीट मंत्रालय में इसलिये पेंडिंग है जिससे अधिकारी नियमों की दुहाई देकर बच जायें। वन विभाग के अनुसार दो दर्जन से अधिक जिलों का वर्किंग प्लान वर्ष 2021-22 से लागू होना है लेकिन अधिकारियों के नहीं होने से आगे की कार्रवाई ठप है।