ब्यूरोक्रेसी को मुख्यमंत्री कमलनाथ की नसीहत

भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि कलेक्टर ही सरकार का असली चेहरा हैं। इसलिये प्रदेश का कोई भी गरीब न्याय पाने से वंचित नहीं रहे। न्याय की जरूरत केवल गरीबों को ही है, संपन्न लोग तो अपने आप में पा लेते हैं। यह बात उन्होंने बुधवार को बल्लभ भवन में कमिश्नर-कलेक्टर कांफ्रेंस में अफसरों को सुशासन का पाठ पढ़ाते हुये कही। बैठक में राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत और मुख्य सचिव सुधि रंजन मोहंती प्रमुख रूप से मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि कलेक्टर और कमिश्नर गरीबों के लिये न्याय करने से पीछे नहीं रहें। धनवानों के पास रिसोर्स भी है, पैसा भी है और संसाधन भी लेकिन कमजोर की सुनवाई नहीं हो पाती उस पर ध्यान देना होगा। अगर कहीं पर कागज ज्यादा मिलते हैं तो इसका मतलब कुछ गड़बड़ है। लोगों के जो काम पहले हो जाने थे वह देर से हुये इसलिये कागजों की संख्या बढ़ गई। यदि कलेक्टर के पास कोई गुहार लगाता है तो उसे न्याय हर हाल में मिलना चाहिये। हमारी सरकार की अपनी प्राथमिकतायें हैं। हमारे काम का अपना तरीका है।

किसानों को नहीं हो कोई दिक्कत
कर्जमाफी योजना की समीक्षा करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान जन्म से लेकर मौत तक दिक्कतों में रहता है, आर्थिक गतिविधियां  उसके लिये उत्प्रेरक की भूमिका निभायेंगी। कलेक्टर और कमिश्नर इस बात का ध्यान रखें कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होना चाहिये।

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