बंगाल में हिंसा, BJP अध्यक्ष दिलीप घोष और हेमंत बिस्वा शर्मा के काफिले पर हमला
नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में बीजेपी नेता हेमंत बिस्वा शर्मा और दिलीप घोष के काफिले पर हमला हुआ है. बीजेपी ने हमले के पीछे टीएमसी का हाथ होने की बात कही है, लेकिन अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि हमला किसने किया था
हमले के बाद हेमंत बिस्वा शर्मा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया- हम कांठी लोकसभा सीट के खेजुरी इलाके में थे. इस दौरान टीएमसी के गुंडों ने हमारे काफिले पर हमला कर दिया. हमारे कई कार्यकर्ता घायल हो गए. ममता के गुंडों ने हमारे काफिले का घेराव कर लिया और गाली दीं. अगले ट्वीट में हिमंत बिस्वा शर्मा ने लिखा- सीआरपीएफ के जवानों ने हमें आगे बढ़ने में मदद की. तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं को टीएससी गुंडों द्वारा पुलिस के सामने ले जाया जाता है और उन्हें टीएमसी यूनियन ऑफिस में पकड़ लिया गया. गुंडों ने 20 से ज्यादा मोटरबाइक क्षतिग्रस्त कर दीं.
कांठी संसदीय क्षेत्र पूरबा मेदिनीपुर जिले में आता है. 2008 में चुनाव आयोग के सुझाव पर इसका गठन किया गया था. यह संसदीय क्षेत्र राजधानी कोलकाता से 160 किमी दूर है. बंगाली कांठी की आधिकारिक भाषा है. यहां का आबादी कृषि पर निर्भर है. यहां इंजीनियरिंग कॉलेज भी हैं लेकिन मुख्य आबादी खेती ही करती है. जिले में नमक का उत्पादन भी होता है. पूरबा मेदिनीपुर देश के उन 250 जिलों में आता है जिसे गरीबी से उबारने के लिए केंद्र सरकार फंड देती है. अगर 2019 के चुनाव की बात करें तो यहां से ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस का पलड़ा भारी दिखाई देता है. सीपीएम दो चुनावों से दूसरे स्थान पर रह रही है. बीजेपी भी अपनी जगह बनाने में लगी हुई है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
चुनाव आयोग के सुझाव पर इस संसदीय सीट का गठन 2008 में किया गया. इस सीट का गठन होते ही इस पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा हो गया. 2009 के चुनाव में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के शिशिर कुमार अधिकारी ने सीपीएम के प्रसन्ता प्रधान को हराया. तृणमूल कांग्रेस को 606712 वोट मिले और सीपीएम को 477609 वोट मिले.
सामाजिक ताना-बाना
कांठी लोकसभा क्षेत्र पूरबा मेदिनीपुर जिले में आता है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की आबादी 2181959 है. इसमें 93.92 फीसदी शहरी हैं बाकी 6.08 फीसदी ग्रामीण. अनुसूचित जाति और जनजाति का यहां पर रेश्यो 15.89 और .28 फीसदी है. 2017 की वोटर लिस्ट के मुताबिक यहां कुल मतदाताओं की संख्या 1587224 है.
कौन हैं हेमंत बिस्वा शर्मा
हेमंत बिश्वा शर्मा का जन्म जोरहाट में 1 फरवरी 1969 को हुआ. उन्होंने रिंकी भूयां शर्मा से शादी की. सुकन्या सर्मा और नांदिल बिस्व शर्मा उनकी संतान हैं. उनके पिता का नाम कैलाश नाथ शर्मा और माता का नाम मृणालिनी देवी है. 2001 से लेकर 2015 तक वह जलुकबारी विधानसभा से कांग्रेस के विधायक चुने जाते रहे. 2015 में ही उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर ली. हिमंत ने कहा था कि वह भाजपा की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस छोड़ रहे हैं.