फैक्ट्री में हुए शॉर्ट सर्किट से गईं 43 जिंदगियां!

नई दिल्ली
फिल्मिस्तान सिनेमा के पास फैक्ट्री में आग लगने के कारणों की जांच में अभी तक जो चीज सामने आ रही है। उसमें पता लगा है कि शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी। यह आग बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर स्थित तीसरे कमरे से शुरू हुई थी। इस कमरे में शीशे बनाने की फैक्ट्री लगी हुई थी। यहां से ही शॉर्ट सर्किट हुआ और फिर भड़की चिंगारी से लगी आग ने 43 लोगों की जान ले ली। पूरे मामले की छानबीन के लिए दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के तेज तर्रार 45 अफसर और जवानों को लगाया गया है। अभी तक 32 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इनमें एमसीडी अफसर भी शामिल हैं।

क्राइम ब्रांच ने बताया कि घटनास्थल की थ्री-डी स्कैनिंग का काम पूरा कर लिया गया है। मालिक रेहान और मैनेजर फुरकान समेत दो लोग अभी गिरफ्तार किए गए हैं। चार से पांच लोग और गिरफ्तार हो सकते हैं। गिरफ्तार हुए दोनों लोगों के सदर बाजार पुलिस द्वारा लिए गए 14 दिन के पुलिस रिमांड पर क्राइम ब्रांच का कहना है कि हम इससे पहले ही पूछताछ पूरी करके इन्हें जेल भेज देंगे। सीबीआई की फरेंसिक टीम भी घटनास्थल की जांच करेगी। मौके पर डॉग स्क्वॉड से भी जांच कराई जाएगी कि कहीं कोई इंसान (जिंदा या मुर्दा) दबा तो नहीं है। बुधवार तक बिल्डिंग से मलबा साफ करा दिया जाएगा।

अगले सप्ताह तक सौंप सकते हैं रिपोर्ट
दिल्ली फरेंसिक लैब की डायरेक्टर डॉ. दीपा वर्मा और असिस्टेंट डायरेक्टर (सीएसएमडी) संजीव गुप्ता की ओर से इशारा मिला है। वह मामले की जांच रिपोर्ट अगले सप्ताह तक दिल्ली पुलिस को सौंप देंगे। 13 घायलों के पुलिस बयान रिकॉर्ड पर ले चुकी है। फैक्ट्री के दो अन्य मालिक सुहैल और इमरान को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापे मार रही है।

पूरी बिल्डिंग में चार कनेक्शन लिए थे
जांच में पता लगा है कि पूरी बिल्डिंग में बिजली के चार कनेक्शन लिए हुए थे। बिल्डिंग में 18 कमरे हैं। जहां लगभग हर कमरे में फैक्ट्रियां लगी हुई थीं। प्रत्येक कमरे से 12 से 15 हजार रुपये महीने का किराया लिया जाता था। बिजली का बिल भी सरकारी रेट से दो गुना कीमत पर वसूला जा रहा था। क्राइम ब्रांच का कहना है कि उन्होंने सरकार से एक एसआईटी गठित करने की मांग की है। जिसमें क्राइम ब्रांच, एफएसएल, बीएसईएस, एमसीडी और अन्य सरकारी एजेंसियों के नुमाइंदे हों।

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