फेक न्यूज को रोकने के लिए YouTube ने कसी कमर, जल्द लाएगा नया फीचर

 
नई दिल्ली

इंटरनेट डेटा के सस्ते होने और सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के विस्तार होने के बाद से भारत में फेक न्यूज के वायरल होने के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। किसी भी खबर को गलत तरीके से पेश करके उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर देना आजकल काफी आम हो गया है। फेक न्यूज से समाज को होने वाले नुकसान की गंभीरता को समझते हुए कई सोशल मीडिया वेबसाइट्स और ऐप्स लगातार इसे रोकने की कशिशों में लगी हुई हैं। इसी कड़ी में अब YouTube भी फेक न्यूज को रोकने के लिए 'फैक्ट चेक' नाम से एक नए फीचर की टेस्टिंग कर रहा है और जल्द ही इसे जारी भी कर देगा।
यूट्यूब इस फीचर को खासतौर से भारत के लिए तैयार कर रहा है। इस फीचर के आने के बाद से यूट्यूब विडियो पर पॉप-अप नोटिफिकेशन आएगा। यूट्यूब पर अगर कोई ऐसा विडियो है जिसे यूट्यूब अपनी पॉलिसी के मुताबिक गलत समझता है, तो वह यूजर को उस विडियो के प्ले होने के साथ ही विडियो से जुड़े तथ्यों को चेक करने के लिए पॉप-अप नोटिफिकेशन देगा। इसके साथ ही यूट्यूब अपने फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स की मदद से उस विडियो से जुड़ी अतिरिक्त जानकारियों को भी हाइलाइट करेगा।
सोशल मीडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये पॉप-अप नोटिफिकेशन किसी एक विडियो के बजाय सर्च रिजल्ट पेज पर आएंगे। हालांकि इसके बाद भी गलत जानकारी वाले विडियो यूट्यूब के सर्च रिजल्ट्स में दिखाई दे सकते हैं, लेकिन यूट्यूब अपने यूजर्स को यहां एक डिस्क्लेमर देकर उन्हें जानकारी देगा कि वह अपने प्लैटफॉम पर गलत जानकारियों को रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है।
करोड़ों यूजर्स और सस्ते इंटरनेट डेटा प्लान्स के कारण भारत यूट्यूब के सबसे बड़े मार्केट्स में से एक है। इसीलिए यूट्यूब अपने इस नए फीचर को इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषाओं के लिए टेस्ट कर रहा है।

यूट्यूब के एक प्रवक्ता ने बज फीड को बताया, 'यूट्यूब पर बेहतर न्यूज एक्सपीरियंस देने के लिए हम लगातार कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए हम इन्फर्मेशन पैनल का भी विस्तार कर रहे हैं जो यूट्यूब के लिए योग्य पब्लिशर्स से फैक्ट चेक कराएंगे'।
भारत में यूट्यूब इन पैनल्स के लिए करीब आधा दर्जन वेरिफाइड फैक्ट चेकिंग सर्विसेज से जानकारी लेने के बारे में सोच रहा है। फैक्ट चेक करने वाली इन कंपनियों में से ज्यादातर कंपनियां भारत में होने वाले आम चुनावों से पहले फेक न्यूज को रोकने के लिए फेसबुक के साथ भी काम कर रही हैं। यूट्यूब भारत के बाद अपने इस फीचर को दुनिया के और देशों के लिए भी रोल-आउट करेगा। हालांकि यह कब तक किया जाएगा इस बारे में यूट्यूब की तरफ से कोई ऑफिशल जानकारी नहीं दी गई है।

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