फिर 54 पार नहीं कर पाई कांग्रेस, क्या इस बार भी नहीं होगा नेता विपक्ष?
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों की तस्वीर अब पूरी तरह से साफ हो गई है. 542 लोकसभा सीटों में से 523 सीटों पर नतीजे आ गए हैं और ये भी तय हो गया है कि इस बार भी देश को विपक्ष का नेता नहीं मिलेगा. कांग्रेस पार्टी इस बार दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, कांग्रेस के खाते में कुल 52 सीटें आई हैं. लेकिन लोकसभा में विपक्ष के नेता के लिए जितना आंकड़ा चाहिए उससे वह अभी भी दूर है.
क्योंकि कांग्रेस बमुश्किल 52 के आंकड़े पर पहुंची है और लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद लेने के लिए 10 फीसदी सीटों की जरूरत होती है. यानी 543 लोकसभा सीटों में से कुल 55 सीटें होना जरूरी है, तभी किसी पार्टी को विपक्षी नेता का पद मिलता है. लेकिन कांग्रेस इस आंकड़े से तीन सीटें दूर है. हालांकि, अभी 543वीं सीट पर चुनाव होना बाकी है, ऐसे में ये संख्या मौजूदा सीटों के हिसाब से बदल भी सकती है.
16वीं लोकसभा यानी 2014 में भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जब कांग्रेस मात्र 44 सीटों पर सिमट गई थी. तब भी कांग्रेस को ये पद नहीं मिला था. लोकसभा में कांग्रेस के नेता बने मल्लिकार्जुन खड़गे इस पद के लिए पूरे पांच साल लड़ते रहे, लेकिन नहीं मिल सका. कई बार उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से ये पद देने की गुहार भी लगाई, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
गौर करने वाली बात ये भी है कि तब विपक्ष के नेता रहे मल्लिकार्जुन खड़गे खुद भी इस बार चुनाव हार गए हैं. अब सवाल ये भी उठता है कि अगर केंद्र सरकार विपक्ष के नेता का पद कांग्रेस को देती है तो कमान कौन संभालेगा, या कांग्रेस की तरफ से उनका सदन का नेता कौन होगा. क्या खुद राहुल गांधी इस पद को संभालेंगे, इस पर भी चर्चा है.
किस राज्य में कांग्रेस को मिलीं कितनी सीटें…
उत्तर प्रदेश – 1
केरल – 15
पश्चिम बंगाल – 2
तेलंगाना – 3
पंजाब – 8
अंडमान निकोबार – 1
असम – 3
बिहार – 1
गोवा – 1
झारखंड – 1
कर्नाटक – 1
मध्य प्रदेश – 1
महाराष्ट्र – 1
मेघालय – 1
ओडिशा – 1
पुड्डुचेरी – 1