पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव को जल्द मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
भोपाल
एमपी में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हारे कांग्रेस नेताओं के भविष्य का फैसला जल्द होने वाला है। खबर है कि आने वाले दिनों में पार्टी उन्हें नए नई जिम्मेदारी दे सकती है। इनमें सबसे आगे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी अरुण यादव चल रहे है। माना जा रहा है कि सहकारिता के क्षेत्र में कांग्रेस में पकड़ बनाने के लिए पार्टी अरुण यादव को राज्य सहकारी बैंक की कमान सौंपी जा सकती है। यादव के पिता स्व. सुभाष यादव भी अपेक्स बैंक के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे हैें। ऐसे में पार्टी यादव को यह जिम्मेदारी देकर बडा दांव खेल सकती है।
खास बात ये है कि यादव सूत मिल से अपेक्स बैंक प्रतिनिधि हैं। इस नाते उन्हें कानूनी तौर पर प्रशासक बनाए जाने की पात्रता भी है। सहकारी संस्थाओं में बड़ी तादाद में उनके समर्थक भी हैं। अरुण यादव भारतीय कृषक समाज से भी जुड़े हैं, ऐसे में अपेक्स बैंक में प्रशासक के लिए सबसे प्रबल दावेदारों में अरूण यादव को माना जा रहा है। बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान रमाकांत भार्गव को अपेक्स बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया था। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा देते हुए यह कार्य संभागायुक्त को सौंपा था।
सुत्रों की माने तो सितंबर-अक्टूबर में सहकारी संस्थाओं के चुनाव कराए जा सकते हैं। राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकारी कार्यालय ने इसके लिए सदस्यता सूची तैयार करानी शुरू कर दी है। इस बार निवेशकर्ताओं को भी चुनाव लड़ने का मौका दिया जाएगा। अभी सिर्फ समिति के सदस्य ही चुनाव लड़ सकते हैं। समितियों के चुनाव के बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंकों के चुनाव होंगे। इनमें से अपेक्स बैंक प्रतिनिधि बनेंगे, जिनसे बनने वाला संचालक मंडल अध्यक्ष का चुनाव करेगा।