पुलिस कर्मियों और पार्षदों ने किया जनता कफ्र्यु का खुला उल्लंघन
सीहोर
पार्षदी घुसेड़ दी जाएगी यह बात शनिवार को कोतवाली परिसर में स्थित यातायात थाना भवन में हुई शांति समिति की बैठक में पहुंचे पार्षद पति से सिटी एसपी ने कहीं। सिटी एसपी के दुव्र्यवहार से आक्रोशित पार्षदों और महिला पार्षदों के पतियों ने बैठक का बहिस्कार कर दिया। पार्षदों के द्वारा बैठक छोडऩे का मौजूद एसडीएम तहसीलदार नगर पालिका सीएमओ पर कोई असर नहीं हुआ। पार्षद बाहर परिसर में स्वयं के साथ हुए दुव्र्यवहार को लेकर हंगामा करते दिखाई दिए बड़ी संख्या में कोतवाली से निकल कर पुलिसकर्मी भी दूरी बनाने के चक्कर में पार्षदों और नाराज शांति समिति के सदस्यों की भीड़ में शामिल हो गए। कोतवाली परिसर में जमा पार्षदों शांति समिति के सदस्यों और पुलिस कर्मियों की भीड़ को मीडिया कर्मियों ने पहुंचकर और भी बड़ा दिया। काफी देरतक पार्षद अशांति फेलाकर नगर पालिका के लिए रवाना हुए लेकिन सीएमओं ने किसी भी प्रकार की बैठक करने से इंकार कर दिया। जिस के बाद सिटी एसपी के अपमान से क्रोधित पार्षद जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और एएसपी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई।
कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए जनता कफ्र्यु के दौरान बिगड़ते हालात और गरीब मजदूर तबके को आ रहीं दिक्कतों के निराकरण सहित शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं बार बार मुफ्त का खाना बटोरने वाले आदतनों पर अंकुश लगाने के लिए शनिवार को कोतवाली थाना परिसर में स्थित यातायात थाना भवन में शहर प्रशासन के द्वारा शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। सभी संप्रदायों के शांति समिति सदस्य और सामाजिक धार्मिक राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारी प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित हुए।
बैठक में कोतवाली टीआई के द्वारा चर्चा की जा रहीं थी इसी दौरान सिंधी कॉलोनी क्षेत्र के पार्षद पति ने बीेते दिनों सिटी एसपी के द्वारा लॉक डाउन के दौरान किए गए दुव्र्यवहार की बात कहीं और नपा का अनुमति पत्र भी दिखाया। जिस को देखकर सिटी एसपी और भी गर्म हो गए और उन्होने तीखे लिहेजे में फिर सभी के सामने पार्षद पति को फटकार लगाते हुए कहा दिया गी आप की पार्षदी घुसेड़ दी जाएगी जिस के बाद हंगामा शुरू हो गया। हालाकी इस दौरान भवन के अंदर शांति के लिए बैठक जारी रहीं। सदस्यों के द्वारा अपने सुझाव प्रस्तुत किए गए सुझावों को लिखा गया और सुझावों पर अमल करने का निर्णय लिया गया।