पुलवामा आतंकी अटैक के बाद पुलिस ने 1360 कश्मीरी विद्यार्थियों का डाटा किया जब्त
भोपाल
पुलवामा के आतंकी हमले ने देश को दहला दिया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुरक्षा एजेंसी देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में अपने स्तर से जांच पड़ताल करने के लिए दस्तावेज एकत्रित कर रहीं हैं। इसी तरह से बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से कश्मीरी विद्यार्थियों को डाटा लिया गया है। वहीं कुछ कालेजों से इंफोरमेशन ब्यूरो अधिकारी पहुंचकर विद्यार्थियों का डाटा एकत्रित कर रहे हैं।
बागसेवनिया सीएसपी अग्रवाल ने बीयू से एक हजार 360 कश्मीरी विद्यार्थियों का डाटा लिया है। इसमें कश्मीर से आकर बीयू के दायरे में आने वाले आठ जिलों के विद्यार्थियों का डाटा लिय गया है। इसमें कश्मीरी विद्यार्थियों के मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, भोपाल लोकल और कश्मीर का पता लिया गया है। डाटा लेने के बाद पुलिस कश्मीरी विद्यार्थियों से पुछताछ करने के साथ उनकी निगरानी भी करने की व्यवस्था जमा रही है।
भोपाल में कश्मीरी विद्यार्थियों पर खास फोकस रखा गया है। क्योंकि उक्त कालेज कश्मीरी विद्यार्थियों से ज्यादा फीस लेने के लिए उन्हें प्रवेश देने के लिए ज्यादा तवज्जो देते हैं। इसमें आईपीएस, जवाहर और सैफिया कालेज शामिल है। उक्त कालेजों में सबसे ज्यादा कश्मीरी विद्यार्थियों को प्रवेश दिए गए हैं।
उच्च शिक्षा विभाग प्रवेश के दौरान प्रदेश के बाहर के विद्यार्थियों का पुलिस सत्यापन करने के आदेश देती हैं, लेकिन बीयू ने गत दो वर्षोँ से कश्मीरी से आए डिग्र्री में प्रवेश लेने वाले एक भी विद्यार्थी का पुलिस सत्यापन नहीं कराया है। जबकि बीयू में एक हजार 360 विद्यार्थी प्रवेशरत हैं।
इंफोरमेशन ब्यूरो की टीम ने भोपाल के कुछ कालेजों में पहुंचकर विद्यार्थियों का डाटा लेना शुरू कर दिया है। इसके चलते आईबी ने बेनजीर कालेज और हमीदिया कालेज से यूजी-पीजी के साथ पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों का डाटा मांगा है। बेनजीर कालेज ने अपने यहां पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों का डाटा दे दिया है। वहीं हमीदिया कालेज ने बीस फरवरी को पूरा डाटा देने के लिए को कहा है। इसलिए कालेज की टीम डाटा जुटाने में लग गई है।