‘पुजारा को ए-प्लस अनुबंध नहीं मिलने से निराश हूं’

मुंबई 
ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने चेतेश्वर पुजारा को A+ अनुबंध नहीं दिया। इसके बाद क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। गुरुवार को नई दिल्ली में हुए प्रशासकों की समिति (सीओए) की बैठक के बाद 2018-19 के लिए खिलाड़ियों के लिए अनुबंध की घोषणा की गई। सिर्फ तीन खिलाड़ियों- कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को ही ए-प्लस की लिस्ट में रखा गया। ऑस्ट्रेलिया में खेली गई टेस्ट सीरीज में कोई अन्य बल्लेबाज 350 रन भी नहीं बना पाया था लेकिन भारत के नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाले पुजारा ने 521 रन बनाए थे। पुजारा ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में तीन शतक लगाए थे। उनके दमदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया था। कोहली की कप्तानी वाली टीम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम बनी थी। पुजारा ने सीरीज में 1258 गेंदें खेली थीं जो किसी ऑस्ट्रेलिया में खेली गई किसी भी टेस्ट सीरीज में किसी भारतीय बल्लेबाज का एक रेकॉर्ड है। उन्होंने 2003-04 में राहुल द्रविड़ के 1203 गेंदों के भारतीय रेकॉर्ड को तोड़ा था। 

बीसीसीआई के पूर्व सचिव और मौजूदा वक्त में सौराष्ट्र क्रिकेट असोसिएशन निरंजन शाह ने कहा, 'पुजारा का नाम ए-प्लस कैटिगरी में न देखकर मुझे दुख हुआ। यह बहुत नाजायज है कि सीओए द्वारा टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता नहीं दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतना अच्छा प्रदर्शन करने के बाद पुजारा को ए-प्लस अनुबंध मिलना चाहिए था। जिस तरह से सीओए भारत में क्रिकेट को चला रहे हैं उस बारे में न ही बोला जाए तो बेहतर है।' बता दें कि पुजारा घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र की ओर से खेलते हैं। दूसरी ओर बीसीसीआई के अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'मुझे इस बहस की कोई वजह नजर नहीं आती। पिछले साल टीम प्रबंधन से बात करने के बाद एक प्रारूप तैयार किया गया था। इसमें यह कहा गया था कि केवल वही खिलाड़ी ए-प्लस कैटिगरी में शामिल होने के हकदार होंगे जो तीनों फॉर्मेट में ऑटोमैटिक चॉइस हों और आईसीसी रैंकिंग में टॉप 10 में शामिल हों। यह नियम किसी खास खिलाड़ी को लेकर नहीं बनाया गया है। पुजारा के पास अब भी ए ग्रेड अनुबंध है।' 

साव, अग्रवाल क्यों नहीं 
इस बीच युवा ओपनर पृथ्वी साव और मयंक अग्रवाल को केंद्रीय अनुबंध में जगह नहीं मिली है। नियमों के अनुसार, लिस्ट में शामिल होने के लिए किसी खिलाड़ी को कम से कम तीन टेस्ट या 8 एकदिवसीय मैच खेलने जरूरी हैं। जैसे ही ये खिलाड़ी अपना अगला टेस्ट मैच खेलेंगे वह स्वत: ही सी-ग्रेड में शामिल होने की आवश्यक पात्रता हासिल कर लेंगे। इन दोनों खिलाड़ियों ने अभी वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट नहीं खेला है। साव ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेले गए अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक लगाया था। वह इसमें मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। वहीं अग्रवाल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अपने करियर का आगाज किया था। 

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