पीडब्ल्यूडी ने घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारों की मांगी जानकारी

भोपाल
घटिया और स्लो काम करने वाली सौ से अधिक ठेका कंपनियों पर कांग्रेस सरकार की गाज गिरी है। इन कंपनियों को ब्लेकलिस्ट और सस्पेंड किया गया है। लोक निर्माण विभाग ने संभागवार समीक्षा शुरू करते हुये उन अफसरों की रिपोर्ट मांगी है जो ठेकेदारों से सांठगांठ करके सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।

भाजपा सरकार में करोड़ों का ठेका लेने वाली कंपनियां कांग्रेस सरकार के निशाने पर हैं। पिछले दो माह के भीतर कई नामी कंपनियों को सस्पेंड कर दिया गया है तथा भ्रष्टाचार करने वाले ठेकेदारों को ब्लेकलिस्टेड किया है। पांच कंपनियों के पंजीयन रद्द हुये हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सरकार बनते ही गुना के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी जिले में बने कूनो पुल में भ्रष्टाचार का मामला उठाया था। पुल बारिश के समय ढह गया था। लोक निर्माण विभाग ने मामले की जांच कराई और प्रारंभिक तौर पर भ्रष्टाचार होना पाया। इस मामले में शासन स्तर पर संबंधित ठेका कंपनी को ब्लेकलिस्टेड कर दिया गया और गंभीर अनियमिततायें तथा गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य कराये जाने के आरोप में कार्यपालन यंत्री एमएस जादौन को निलंबित कर दिया गया।

निर्माण कार्य में नियमों और मापदंडों का पालन नहीं करने वाली कई कंपनियां प्रदेश से बाहर की है। इन्हें सस्पेंड या ब्लेकलिस्टेड किया गया है। इनमें मुख्यतौर पर यूनिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड महाराष्ट, कुशवाह कंस्ट्रक्शन नागलवाड़ी, एसवीईसी कंस्ट्रक्शन लिमिटेड हैदराबाद, जीएससी कंस्ट्रक्शन कंपनी उत्तरप्रदेश, योगी कंस्ट्रक्शन कंपनी अहमदाबाद, सायगन इंफ्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली, केतन कंस्ट्रक्शन अहमदाबाद आदि हैं। इनके अलावा ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, सीहोर, विदिशा, सागर, मंदसौर, धार सहित अन्य जिलों में रजिस्टर्ड ठेकेदारों को ब्लेकलिस्टेड या फिर सस्पेंड किया गया है। जानकारी के अनुसार पिछले दो माह में 91 कंपनियों को ब्लेकलिस्टेड, पांच के ठेके निरस्त और 51 ठेकेदारों को निलंबित किया गय है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *