पिछले 45 दिन में 341 बेघरों ने दिल्ली की सड़कों पर दम तोड़ा

 
नई दिल्ली 

राजधानी दिल्ली में बेघरों के लिए कड़ाके की यह सर्दी जान पर भारी पड़ रही है। पिछले 45 दिनों में 341 लोगों की जान जा चुकी है। सेंटर फॉर हॉलिस्टिक डिवेलपमेंट (CHD) की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है। आंकड़ों के अनुसार, जनवरी के इन 14 दिनों के अंदर 96 लोगों की जान जा चुकी है और आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। नॉर्थ दिल्ली में 23 बेघरों की जान जा चुकी है, जो सबसे ज्यादा है।  
 
सीएचडी के सुनील अलेडिया ने बताया कि दिसंबर और जनवरी में पड़ने वाली ठंड दिल्ली के बेघरों के लिए जानलेवा बन जाती है। खासकर जो लोग सड़क पर सोने को मजबूर हैं। इस बार भी दिसंबर में हर बार की तरह ही बेघरों की मौतें हो रही है। हालांकि पिछले साल की तुलना में जनवरी में कुछ कम मामले आए हैं, लेकिन महीना खत्म होते-होते यह आंकड़ा और बढ़ेगा। हमने इस ओर ध्यान दिलाने के लिए दिल्ली सरकार को पत्र लिखा है और उन्हें सुझाव दिया है। 

सीएम केजरीवाल के नाम इस पत्र में सुनील ने लिखा है कि 13 जनवरी को आसफ अली रोड, प्रभात प्रकाशन के पास दरियागंज में एक 45 साल के रिक्शावाले ने दम तोड़ दिया। सुनील ने कहा कि पुरानी दिल्ली के शाहजहांनाबाद इलाके में दिल्ली के 212 आश्रय गृह में से 62 आश्रय गृह हैं, जिसमें 6070 लोगों के रहने की सुविधा की गई है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में रेहड़ी व रिक्शा चलानेवाले भारी संख्या में रहते हैं। मजदूरी करनेवाले भी यहीं रहते हैं। सुनील का दावा है कि लगभग 1 लाख लोग खुले में सोने को मजबूर हैं। 

सुनील ने कहा कि दिल्ली में करीब 7,032 बेघर वोटर रजिस्टर्ड हैं और ये वोट देते हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। उन्होंने ऐसी मौतें रोकने के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं। इनमें बेघरों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग, समय-समय पर स्वास्थ्य जांच शामिल है। जहां-जहां खुले में सो रहे हैं, उसी के पास सबवे, फ्लाइओवर के नीचे रहने के लिए सर्दी में सुविधा दी जाए। साल 2010 और 2014 में बेघरों को लेकर हुए सर्वे को फिर एक सर्वेक्षण होना जरूरी है। समय-समय पर आश्रय गृह का निरीक्षण, दिल्ली हाई कोर्ट के आदेशों का पालन, जॉइंट अपैक्स एडवाइजरी कमिटी जो हर 15 दिन में होनी चाहिए और 'बेघर नीति' का होना बहुत जरूरी है। 
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *