पत्रकार गौरी लंकेश हत्या कांड में साध्वी प्रज्ञा का नाम नहीं, SIT ने किया इनकार
भोपाल
पत्रकार गौरी लंकेश हत्या कांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के इस हत्या कांड में शामिल रहने की आशंका है. दरअसल, गुरुवार को एक अंग्रेजी अखबार में खबर छपी थी कि संभवतः गौरी लंकेश हत्या कांड में प्रज्ञा ठाकुर का कोई लिंक हो सकता है.
एसआईटी ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि जांच दल को प्रज्ञा ठाकुर के इस अपराध में शामिल होने के बारे में जांच के किसी भी चरण में पता नहीं चला और न ही चार्जशीट में उनका नाम है. बयान में यह भी कहा गया है कि कोर्ट में दिए गए कागजात में भी इस बात का कही जिक्र नहीं है. गौरी लंकेश हत्या कांड में एसआईटी ने अभी तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है और अबतक दो लोग फरार हैं. 5 सितंबर, 2017 को गौरी लंकेश को उनके बेंगलुरु स्थित घर के बाहर गोली मार दी गई थी.
गौरी लंकेश हत्या कांड में एसआईटी ने दक्षिणपंथी संगठन के सदस्यों को आरोपी बनाया था. इन लोगों ने सनातन संस्था से खरीदी किताब से प्रेरित होकर इस घटना को अंजाम दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने इस वर्ष फरवरी में इस घटना की जांच के साथ-साथ वामपंथी विचारक एमएम कलबुर्गी की हत्या की भी एसआईटी जांच करने के लिए कहा था. कलबुर्गी की हत्या 2015, अगस्त में कर दी गई थी.