नवादा लोकसभा सीट पर RJD-BJP का रहा है दबदबा, क्या इस बार LJP बदलेगी इतिहास?

 
पटना

लोकसभा चुनावों का बिगुल बज गया है। तारीखों के ऐलान के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई है। सात चरणों में लोकसभा चुनावों के तहत मतदान की प्रक्रिया होगी। पहले चरण में 11 अप्रैल को बिहार के औरंगाबाद, नवादा, गया और जमुई में मतदान होंगे। इस खबर में हम आपके साथ नवादा की लोकसभा सीट को लेकर कुछ बातें साझा करेंगे।

नवादा लोकसभा सीट पर भाजपा और राजद के बीच कड़ा मुकाबला रहा है। 1996 के चुनाव में यहां बीजेपी ने पहली बार जीत हासिल की थी। इसके बाद 1998 में राजद उम्मीदवार की जीत हुई। 1999 में नवादा सीट से भाजपा के संजय पासवान जीतकर लोकसभा पहुंचे। 2004 में फिर नवादा की सीट राजद की झोली में गई।

इसके बाद 2009 में बीजेपी के डॉ भोला सिंह ने नवादा की सीट जीती। 2014 के चुनाव में भाजपा के गिरिराज सिंह ने राजद के राजवल्लभ प्रसाद को हराकर नवादा की सीट पर अपना दबदबा कायम किया। गिरिराज सिंह ने 3,90,248 वोटों के साथ जीत हासिल की थी वहीं, राजद के राजवल्लभ यादव को 2,50,091 वोट हासिल हुए थे। नवादा संसदीय क्षेत्र में वोटरों की कुल संख्या 1,397,512 है जिनमें से 652,177 महिला मतदाता और 745,335 पुरुष मतदाता हैं।

केंद्रीय मंत्री व नवादा से सांसद गिरिराज सिंह भाजपा के कद्दावर नेता हैं। वह अकसर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार बिहार की नवादा सीट से गिरिराज सिंह के चुनाव लड़ने पर संशय बना हुआ है। नवादा सीट लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) के खाते में जा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो गिरिराज सिंह बेगूसराय से चुनाव लड़ सकते हैं। अब देखना यह होगा कि 17वें लोकसभा चुनाव में यह सीट किसके खाते में जाती है।

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