‘द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’: यूथ कांग्रेस ने वापस ली मांग

मुंबई 
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बन रही फिल्म 'ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के रिलीज से पहले ही मुंबई में पॉलिटिकल ऐक्शन, इमोशन, ड्रामा शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इस फिल्म को बीजेपी के दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा बताया है, वहीं एनसीपी ने कहा है कि बीजेपी प्रायोजित यह फिल्म घोटाले के पैसे से बनी है। बीजेपी की तरफ से कांग्रेस को जवाब देने के लिए बीजेपी युवा मोर्चा ऐक्शन में है।  

मुंबई में इस फिल्म को लेकर पॉलिटिकल ऐक्शन तब शुरू हुआ जब महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजीत तांबे ने फिल्म की रिलीज से पहले फिल्म दिखाने की मांग कर डाली। उन्होंने फिल्म के निर्माताओं को लेटर लिख कर यह मांग की। इतना ही नहीं उन्होंने अपने लेटर को ट्वीट कर सार्वजनिक भी कर दिया। 

युवा मोर्चा ने खोला मोर्चा 
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष की इस मांग के खिलाफ मुंबई बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष मोहित कंबोज ने तत्काल मोर्चा खोल दिया। उन्होंने फिल्म सेंसर बोर्ड को सलाह दी है कि वह युवक कांग्रेस के दबाव में न आए। कंबोज ने आरोप लगाया कि सत्ता से दूर होने के बाद कांग्रेस को लोकतांत्रिक संस्थाओं पर ‌विश्वास नहीं रहा। राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष नहीं मानते। उसी तरह युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष खुद को सेंसर बोर्ड से ऊपर समझ रहे हैं। 

कंबोज कहते हैं कि फिल्मों के कंटेंट की जांच के लिए संवैधानिक संस्थान केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) है, जो फिल्म को प्रमाण पत्र देता है। फिल्म के कंटेंट पर युवक कांग्रेस के लोग किस आधार पर संदेह कर रहे हैं और प्रदर्शन से पहले फिल्म की स्पेशल स्क्रिनिंग की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 11 जनवरी, 2019 को निर्धारित समय पर फिल्म की रिलीज होगी और यूपीए के कार्यकाल का सच जनता के सामने आएगा। 

यूथ को नहीं मिला हाइकमान का साथ 
महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष ने रिलीज से पहले कांग्रेस नेताओं को फिल्म दिखाने की मांग कर तो डाली, लेकिन उन्हें इस मुद्दे पर कांग्रेस हाइकमान का समर्थन नहीं मिला। उलटे हाइकमान के हड़काने पर उन्हें अपनी मांग वापस लेनी पड़ी। हाइकमान के आदेश पर उन्हें ट्विट कर कहना पड़ा, 'हम फिल्म दिखाए जाने की अपनी मांग वापस लेते हैं क्योंकि यह फिल्म बीजेपी के दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा है।' 

घोटाले के पैसे से बनी है फिल्म: एनसीपी 
शुक्रवार को एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने ट्विट कर कहा कि यह फिल्म घोटाले के पैसे से बनी है। फिल्म का निर्माता जीएसटी घोटाले का आरोपी है। यह फिल्म बीजेपी के लिए बनाई गई है। फिल्म का निर्माता 9,000 करोड़ के घोटाले के मामले में जमानत पर है। मलिक ने आरोप लगाया कि फिल्म बनाने वाले ने किसानों के नाम पर कर्ज लेकर घोटाला किया है। वह परभणी से एनडीए के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुका है। 

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