दुनिया को अपनी ताकत का नमूना दिखाएगी वायु सेना

 
नई दिल्ली

पिछले वर्ष अब तक के सबसे बड़े अभ्यास ‘गगन शक्ति’ में पाकिस्तान और चीन से लगते दोनों मोर्चों पर अपनी ताकत का अहसास कराने के बाद वायु सेना इस वर्ष ‘वायु शक्ति 2019’ में राजस्थान के पोखरण में अपनी मारक क्षमता का नमूना पेश करेगी। आगामी शनिवार को पाकिस्तान सीमा के निकट पोखरण रेंज में वायु सेना के लगभग 140 लड़ाकू विमान, हेलिकॉप्टर और मालवाहक विमान अपनी मारक क्षमता तथा अभियानों के लिहाज से ताकत का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान वायु सेना के जांबाज दिन , सूर्यास्त और रात के समय लक्ष्यों को पता लगाकर उन्हें नेस्तनाबूद करने के कौशल का नमूना पेश करेंगे। वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल अनिल खोसला ने आज बताया कि ‘वायु शक्ति 2019’ हर तीन साल में एक बार किए जाने वाला अभ्यास जिसमें वायु सेना पोखरण रेंज में हवा से जमीन पर और हवा से हवा में अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करती है। 

वायु सेना 1953 से करती आ रही है यह अभ्यास
वायु सेना अलग-अलग नाम से यह अभ्यास 1953 से करती आ रही है। इसकी शुरूआत दिल्ली के बाहरी क्षेत्र से लगती तिलपत रेंज में की गयी थी। वर्ष 1999 में इसे पोखरण ले जाया गया और इसके बाद से यह पोखरण में हो रहा है। आखिरी अभ्यास वर्ष 2016 में पोखरण में ही ‘आयरन फिस्ट’ के नाम से किया गया था।   एयर मार्शल खोसला ने बताया कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में होने वाले इस अभ्यास में मुख्य रूप से लक्ष्य को पहचान कर तथा उसका पता लगाकर उसे नष्ट करने की क्षमता का प्रदर्शन करना है। यह योजना बनाई जाती है कि लक्ष्य को कैसे और कितना तथा किस तरह से नष्ट करना है।

तमाम लड़ाकू विमान देंगे अपनी ताकत का परिचय 
वायु शक्ति 2019 में वायु सेना के तमाम लड़ाकू विमान मिग-29, मिग-27, जगुआर, सुखोई-30, मिराज -2000, स्वदेशी तेजस, एम आई-17 हेलिकॉप्टर, मालवाहक विमान ए एन-32, सी 130 हरक्यूलिस और आई एल -76 भी अपनी ताकत का परिचय देंगे। एमआई-17 हेलिकॉप्टर बॉम्बी बकेट के जरिए आग बुझाने के अभियान में शामिल होगा। साथ ही आपदाओं के समय बचाव अभियान की भी झलक इसमें दिखाई देगी। आकाश मिसाइल और अस्त्र भी अपनी मारक क्षमता तथा ताकत दिखाएंगी। उन्होंने कहा कि वायु सेना सरकार की मेक इन इंडिया योजना पर आगे बढते हुए रक्षा उत्पादों के देश में ही निर्माण की पक्षधर है लेकिन गुणवत्ता के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करती। इस अभ्यास में स्वेदशी तेजस के साथ-साथ देश में ही उन्नत किए गए लड़ाकू विमान मिग और मिराज का बोलबाला रहेगा। साथ ही स्वदेशी मिसाइल प्रणाली की धमक भी सुनाई देगी।  

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