दिल्ली का रण: गंभीर के लिए सीरियस दिल्ली वाले, विजेंदर को पंच, शीला पर भारी मनोज तिवारी

 
नई दिल्ली     

दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव के परिणाम आने लगे हैं. रुझानों की मानें तो दिल्ली में बीजेपी सात की सात सीटें ले रही है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आतिशी और राघव चड्ढा दो सीटों पूर्वी दिल्ली और साउथ दिल्ली पर कड़ी टक्कर दे रहे हैं. दिल्ली की जंग में इस बार कांग्रेस की शीला दीक्षित और बीजेपी के डॉ. हर्षवर्द्धन के साथ रमेश विधूड़ी का करियर दांव पर लगा है. ताजा रुझान और रिजल्ट के लिए जुड़े रहिए.

ताजा Update: नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में बीजेपी के हंसराज हंस AAP के गगन सिंह से 22,280 वोटों से आगे चल रहे हैं. साउथ दिल्ली सीट पर बीजेपी के रमेश विधूड़ी आप प्रत्याशी राघव चड्ढा से 9985 वोटों से आगे हैं. वेस्ट दिल्ली में बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा कांग्रेस प्रत्याशी महाबल मिश्रा 7342 वोटों से आगे चल रहे हैं. दो सीटों पर आप के प्रत्याशियों के साथ सीधी लड़ाई हैं तो वहीं वेस्ट दिल्ली में कांग्रेस के साथ अभी बीजेपी प्रत्याशी सीधी टक्कर ले रहे हैं.

पूर्वी दिल्ली में जीत रहे   'गंभीर' !

पूर्वी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर पहली बार चुनाव मैदान में हैं. क्रिकेट के बल्ले से रनों की बौछार करने वाले गंभीर पर लोगों ने कितने वोटों की बौछार की है, कुछ ही मिनटों में पता चलने वाला है. फ‍िलहाल शुरुआती रुझान में वह आगे चल रहे हैं. वहीं आक्सफोर्ड में पढ़ी आतिशी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया के लिए काफी मददगार रही हैं. दिल्ली की शिक्षा क्रांति में कहीं न कहीं आतिशी का बड़ा रोल है. गौतम गंभीर के खिलाफ वह पूर्वी दिल्ली से आप प्रत्याशी हैं.

अरविंदर सिंह लवली पर लगा दांव

पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी अर‍विंदर सिंह लवली की गिनती एक युवा और लोकप्रिय राजनेता के तौर पर है. वह दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के सबसे करीबी माने जाते हैं. वह तीन बार विधायक और शीला सरकार में मंत्री भी रहे हैं.
बीजेपी पकड़ेगी पुरानी दिल्ली की नब्ज

विधानसभा में लगातार जीतने वाले डॉ. हर्षवर्द्धन बीजेपी के एक कद्दावर नेता और चांदनी चौक से उम्मीदवार हैं, इनके विरोध में चांदनी चौक सीट से कांग्रेस ने जेपी अग्रवाल को टिकट दिया है. देखना यह है कि पुरानी दिल्ली की जनता की नब्ज को समझने वाले जेपी अग्रवाल को कितने वोट मिलते हैं.

डूब न जाए शीला दीक्षित की नाव?

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित एक बार फिर मैदान में हैं. राजनीतिक पंडित इस चुनाव को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से कांग्रेस के टिकट पर उतरीं शीला दीक्षित का आखिरी सियासी रण मान रहे हैं. इस बार कांग्रेस-आप का गठबंधन न होने के पीछे भी शीला का हाथ बताया जा रहा है. फिलहाल कांग्रेसी शीला की एक बार फिर वापसी के लिए तैयारी कर रहे हैं. वहीं इस सीट से उनके विरोध में खड़े बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी की जीत सुनिश्चित बताई जा रही है. रुझान में मनोज तिवारी आगे हैं.
 
विजेंदर-राघव पर विधूड़ी भारी

दक्षिणी दिल्ली सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और बॉक्सर विजेंदर सिंह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं. उन्होंने बुधवार शाम ही अपनी जीत का दावा कर दिया था. उन्होंने कहा कि हम जंग जीत चुके हैं. लोगों ने मुझे पसंद किया है. यहीं आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा एक युवा चेहरे के तौर पर विजेंदर सिंह के सामने हैं. लेकिन इसी सीट से बीजेपी के रमेश बिधूड़ी चुनाव लड़ रहे हैं. तमाम एग्ज‍िट पोल बीजेपी की जीत का ही दावा कर रहे हैं.

जाति बताकर जीतेंगे हंसराज हंस !

नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से बीजेपी प्रत्याशी हंसराज हंस को लेकर जीत का दावा किया जा रहा है. हंसराज हंस पहली बार दिल्ली आकर चुनाव लड़ रहे हैं. कहा जा रहा है कि बीजेपी लहर में उनकी जीत निश्चित है. बताते चलें कि चुनाव प्रचार के दौरान हंसराज हंस ने खुद को वाल्मीकि बताकर वोट बटोरने की कोशिशें जारी रखीं.

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