तबलीगी जमात में शामिल 37 लोगों की हुई पहचान, बिहार के इन जिलों में मिले

सुपौल जमुई किशनगंज बांका

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होने वालों में जमुई, अररिया और बांका के लोग भी शामिल थे। इसमें जमुई जिले 13 और बांका का एक व्यक्ति शामिल हुआ था। इसके अलावा मरकज में शामिल इंडोनेशिया, मलेशिया, दिल्ली और मधुबनी के लोग सुपौल और किशनगंज जिले में मिले हैं।
  
सुपौल प्रशासन ने दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात से आए छह जमातियों को गुप्त सूचना पर बुधवार को खोज निकाला। सभी जमाती सदर प्रखंड के पिपरा खुर्द वार्ड पांच में एक मस्जिद में ठहरे हुए थे। चार मार्च को 14 जमातियों का जत्था सहरसा पहुंचा था। इसमें से छह जमाती धार्मिक प्रचार के लिए सुपौल पहुंचे थे। पांच जमाती दिल्ली के और एक मधुबनी का रहने वाला है। मेडिकल जांच के बाद सभी जमातियों को पिपरा खुर्द के स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन होम में रखा गया है। सदर बीडीओ राहुल राज ने कहा कि मेडिकल जांच की गई। संदिग्ध नहीं होने के कारण इनलोगों को स्कूल में ठहराया गया है। प्रशासन उनपर नजर रख रहा है।
 
जमुई जिले में झाझा प्रखंड के 10, सोनो प्रखंड के दो व जमुई प्रखंड का एक व्यक्ति शामिल है। बुधवार को जमुई के डीएम धर्मेंद्र कुमार और जमुई के पुलिस कप्तान डॉ. एनामुल हक मेंगनु ने जिले के सभी अधिकारियों को ऐसे लोगों की तलाश में लगाया। बताया गया कि 13 लोग मरकज में शामिल तो हुए थे, लेकिन सभी फिलहाल दिल्ली में ही आइसोलेशन केंद्र में हैं। 

डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि सभी लोगों की पहचान कर ली गई और फिर उनका लोकेशन भी लिया गया। पता चला है कि वे दिल्ली के ही आइसोलेशन केंद्र में भर्ती हैं। वहीं तब्लीगी जमात से 10 दिन पूर्व किशनगंज वापस लौटे 11 विदेशी और दो भारतीय नागरिकों को बुधवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए आइसोलेशन में रखा गया है। सभी को 14 दिनों तक एमजीएम मेडिकल कॉलेज में आईलोशन वार्ड में रखा जाएगा। एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी व एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी ने संयुक्त रूप से बताया कि ये सभी 22 मार्च को अवध आसाम एक्सप्रेस ट्रेन से किशनगंज पहुंचे थे। इन्हें किशनगंज शहर के लाइन स्थित खानकाह मस्जिद में क्वारंटाइन में रखा गया था।

इधर अररिया जिले के जोकीहाट प्रखंड में तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होनेवाले चार लोगों की पहचान की गई है। बुधवार को अधिकारियों ने चारों का भौतिक सत्यापन किया। यह सभी होम क्वारंटाइन में हैं।
 
वहीं बांका जिले के धनकुंड स्थित काठबनगांव का भी एक व्यक्ति भी उस कार्यक्रम में शामिल हुआ था। मंगलवार की देर शाम बांका के एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव, एसडीओ मनोज चौधरी, रजौन के बीडीओ गुरुदेव प्रसाद गुप्ता आदि काठबनगांव पहुंचे और उसकी तलाश की। हालांकि परिजनों ने बताया कि वह दिल्ली से घर नहीं लौटा है।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *