छिंदवाड़ा से लड़ सकती हैं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती चुनाव, यहां से है पुराना नाता
छिंदवाड़ा
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ आगामी लोकसभा चुनाव में प्रदेश की राजनीति से किनारे चल रहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की एंट्री चाहता है। संघ की मंशा है कि उमा भारती का न सिर्फ एमपी के चुनाव में हस्तक्षेप हो बल्कि उन्हें छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ाने की रणनीति पर भी काम हो रहा है। उमा को यहां से चुनाव लड़ाकर संघ कमलनाथ को सीधी टक्कर देने की तैयारी में है।
लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के ऐन एक माह पहले संघ की गतिविधियां प्रदेश में तेज हो गई हैं। खुद संघ प्रमुख मोहन भागवत पहले तीन दिन इंदौर में और बाद में इतने दिन जबलपुर में रुककर मालवा, मध्यभारत और महाकौशल प्रांत के पदाधिकारियों व बुद्धिजीवियों के साथ बैठकें कर चुके हैं। इसके पहले सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी भी भोपाल में बैठक ले चुके हैं। इस बीच संघ के अंदरखाने से मिली जानकारी के मुताबिक लोेकसभा चुनाव में संघ भाजपा की जीत का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता।
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की भी एमपी में सक्रियता बढ़ाने के संकेत संघ पदाधिकारियों की ओर से मिल चुके हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि उमा भारती 15 साल के अंतराल में इस चुनाव में सबसे अधिक एक्टिव रहेंगी।
उमा भारती ने वर्ष 2003 में दिग्विजय सरकार के विरुद्ध चुनावी जंग शुरू करने के पहले छिंदवाड़ा जिले जाम सांवली से अभियान शुरू किया था। जाम सांवली के हनुमान जी के दर्शन के बाद वे चुनाव प्रचार पर निकली थीं और दिग्विजय सरकार को गिराने में कामयाब भी हुई थीं। इसके साथ ही अन्य कई मौकों पर भी वे छिंदवाड़ा से जुड़ी रही हैं। संघ सूत्रों के अनुसार इसे देखते हुए उमा भारती को छिंदवाड़ा से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है जहां से मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ की दावेदारी कांग्रेस से तय मानी जा रही है।
हालांकि उमा भारती ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर रखा है पर सूत्रों का मानना है कि संघ की ओर से इशारा मिलने पर वे अपना फैसला बदल सकती हैं। गौरतलब है कि दो माह पहले विधानसभा चुनाव में भारती ने प्रदेश की दो दर्जन ओबीसी बाहुल्य सीटों पर भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया था।