छत्तीसगढ़ में बीते 10 साल में मारे गए 42 बाघ

रायपुर
 वर्ष 2008 से अभी तक दस सालों में पूरे देश में 429 बाघों का शिकार कर उन्हें मार डाला गया। इस अवधि के दौरान छत्तीसगढ़ में 42 बाघ मारे गए, जबकि सबसे अधिक 71 बाघ मध्यप्रदेश में मारे गए। आरटीआई के तहत दिए गए आवेदन के जवाब में यह जानकारी सामने आई है। सुकून की बात यह है कि पिछले कुछ सालों में देश में इस तरह की घटनाओं में कमी आई है और 14 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में दस सालों में बाघों के शिकार की कोई घटना नहीं हुई है। पर्यावरण और वन मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाले डब्ल्यूसीसीबी ने ये आंकड़े दिए हैं।

इनके मुताबिक सबसे अधिक 80 बाघ वर्ष 2010 में शिकार किए गए। डब्ल्यूसीसीबी देश में संगठित वन्यजीव अपराध को रोकने के लिए बनाई गई सांविधिक संस्था है। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 में 22 बाघों का शिकार किया गया। जबकि 2017 में यह आंकड़ा 25 था। इससे पहले वर्ष 2016 में 48 बाघों की शिकारियों ने जान ले ली थी। नोएडा के वकील रंजन तोमर ने वर्ष 2008 से शिकारियों के हाथों मारे गए बाघों की राज्यवार संख्या के लिए आरटीआई आवेदन दिया था।

इन राज्यों में नहीं हुआ शिकार

वर्ष 2008 से वर्ष 2018 के बीच 14 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, दादर व नगर हवेली, दमन व दीव, गोवा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप, मेघालय, मिजोरम, पुडुचेरी, पंजाब, सिक्किम और त्रिपुरा में शिकार की कोई घटना नहीं हुई।

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