चाय-समोसा 18 रुपये का, ऐसे उम्मीदवारों के खाते में जुड़ता जाएगा चुनावी खर्च

 
नई दिल्ली         

लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान करते वक्त मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इस बार कई नए बदलावों की भी घोषणा की, जिनमें चुनावी खर्च से जुड़े नियमों में बदलाव भी किया गया. अब इन बदलावों को अच्छे लागू कराने की तैयारी भी आयोग ने कर ली है. यहां तक कि चाय-समोसे के खर्च की सीमा भी तय कर दी गई है.

पंजाब में यह कदम उठाया गया है. पंजाब निर्वाचन कार्यालय ने कहा है कि अगर कोई प्रत्याशी अपने समर्थकों को एक कप चाय और एक समोसा देते हैं तो इसकी कीमत कम से कम 18 रुपये होनी चाहिए. राज्य निर्वाचन समिति एक कप चाय की कीमत 8 रुपये और समोसे की कीमत 10 रुपये तक की है. यानी अब अगर कोई उम्मीदवार चाय-समोसा भी अपने कार्यकर्ताओं या मतदाताओं को खिलाता है, वह चुनावी खर्च में इसी हिसाब से जोड़ा जाएगा. यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि चुनावी खर्च के बिल देते समय कम कीमत न बताई जाए. आयोग ने चाय-समोसा समेत कुल 171 चीजों व सेवाओं के लिए कीमतों को मंजूरी दी है.

पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करुणा राजू ने कहा, 'उम्मीदवारों के खर्चे की सीमा तय करने की जरुरत है.' उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाली चीजों के लिए मानक कीमतें तय होनी चाहिए. हालांकि, उन्होंने कहा कि इन कीमतों को अंतिम रूप देने से पहले सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की राय ली जाएगी.

बता दें कि लोकसभा के एक उम्मीदवार को चुनाव खर्च के तौर पर 70 लाख रुपये खर्च करने की परमिशन है. निर्वाचन आयोग ने चुनाव खर्चे की निगरानी करने के लिए भारतीय राजस्व सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया है ताकि उम्मीदवार इस सीमा का उल्लंघन ना कर पाएं.

मिठाई-जलेबी की कीमत भी तय

मंगलवार को जारी की गई सूची में बर्फी 200 रुपये प्रति किलो, बिस्कुट 150 रुपये प्रति किलो, एक ब्रेड पकौड़ा दस रुपये का, एक सैंडविच 15 रुपये और जलेबी 140 रुपये प्रति किलो समेत खाने पीने की कई चीजों की कीमतें शामिल की गई हैं. ग्रामीण और शहरी इलाकों में किराए के कार्यालयों के लिए मासिक किराया 5,000 व 10,000 रुपये तय किया गया है.

कार, बस और ऑटो जैसे वाहन किराए लेने की दर प्रति दिन 750 रुपये और 3,000 रुपये के बीच होनी चाहिए. मशहूर गायकों के लिए फीस 2,00,000 रुपये या असली बिल तय किया गया है जबकि स्थानीय गायकों के लिए इसे 30,000 या असली बिल तय किया गया है. यहां तक कि इस सूची में गुब्बारों, झाड़ू, सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन कैमरों की कीमत भी तय की गई है.

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