घर छोड़ने के बहाने बनाया बंधक, झोपड़ी में महिला से सामूहिक दुष्कर्म
रायपुर।
राजधानी में सामूहिक दुष्कर्म का एक मामला सामने आया है। पीड़ित महिला को घर छोड़ने के बहाने एंबुलेंस में बंधक बनाकर सिलतरा स्थित एक झोपड़ी में ले जाकर चालक समेत उसके साथी ने जबरिया सामूहिक दुष्कर्म किया। किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूटकर गुरूवार रात को मौदहापारा थाने पहुंची पीड़ित महिला ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शुक्रवार तड़के चार बजे दोनो आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।
मौदहापारा थाना प्रभारी राहुल तिवारी ने बताया कि गंज थानाक्षेत्र की रहने वाली 30 साल की बेवा महिला होटल में काम कर अपना पेट पालती है। 16 जनवरी की रात 8.30 बजे होटल से काम खत्म कर महिवा पैदल घर लौट रही थी। आंबेडकर अस्पताल गेट के सामने निजी एंबुलेंस का चालक ग्राम धनेली, धरसींवा निवासी नवीन राठौर उर्फ विक्की (34) ने महिला को अकेला जाते देखकर रोका और एंबुलेंस से घर तक छोड़ देने की बात कही। चूंकि महिला पहले से ही नवीन से परिचित थी, इसलिए उस पर विश्वास कर एंबुलेंस में बैठ गई। नवीन महिला को घर ले जाने के बजाए सिलतरा की ओर ले जाने लगा। महिला ने विरोध किया तो धमकाते हुए चुप रहने को कहा। सिलतरा पहुंचने पर नवीन ने झोपड़ी में होटल चलाने वाले अपने साथी पियूष राव भोसले उर्फ सोनू (30) से कुछ देर बातचीत की।
इस दौरान पीड़िता को एंबुलेंस में बंद करके रखा गया। इसके बाद नवीन और पियूष राव कुछ दूर आगे एक झोपड़ी में ले जाकर एंबुलेंस रोका। वहां पर महिला को जबरदस्ती एंबुलेंस से उतारकर झोपड़ी के भीतर ले गए। पीड़िता के अनुसार दोनो आरोपियों ने बारी–बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देकर मारपीट भी की।
झोपड़ी से निकलकर पहुंची घर
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार महिला ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि आधी रात को दोनो आरोपी उसे झोपड़ी में बंदकर कहीं चले गए थे। इस दौरान वह किसी तरह झोपड़ी से बाहर निकलकर पैदल घर पहुंची। घटना की जानकारी अपने परिचित कमलदास मानिकपुरी को देकर गुरूवार देर रात थाने आकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में धारा 342, 363, 376, 506 बी, 323, 34 के तहत अपराध कायम करने के साथ ही शुक्रवार तड़के एंबुलेंस चालक नवीन राठौर और होटल संचालक पियूष राव भोसले को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।